अखंड केसरी ब्यूरो :-भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से पांच महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इन समझौतों को नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अंतिम रूप दिया गया। बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन ज़ायेद अल नाहयान ने भाग लिया। यह बैठक उस समय हुई जब क्राउन प्रिंस अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर थे।
इन समझौतों के तहत भारत और यूएई ने परमाणु ऊर्जा, पेट्रोलियम भंडारण, एलएनजी आपूर्ति और फूड पार्क के विकास जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया है। न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) और एमिरेट्स न्यूक्लियर एनर्जी कंपनी (ENEC) के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जो परमाणु संयंत्रों के संचालन और रखरखाव में सहयोग को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (ADNOC) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बीच एलएनजी की दीर्घकालिक आपूर्ति को लेकर भी एक समझौता किया गया है, जिससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।
एक अन्य समझौते के तहत ADNOC और इंडियन स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड (ISPRL) ने पेट्रोलियम भंडारण के लिए साझेदारी की है, जो भारत में आपातकालीन तेल भंडारण क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके साथ ही, ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में ADNOC और भारतीय कंपनियों के बीच अबू धाबी ऑनशोर ब्लॉक-1 के लिए उत्पादन रियायत समझौता भी किया गया है।
इन समझौतों में भारत के गुजरात राज्य में फूड पार्क के विकास पर भी एक महत्वपूर्ण समझौता शामिल है, जो अबू धाबी डेवलपमेंटल होल्डिंग कंपनी पीजेएससी (ADQ) और गुजरात सरकार के बीच हुआ है। इस समझौते से कृषि-प्रसंस्करण के क्षेत्र में नए अवसर उत्पन्न होंगे और भारतीय किसानों को अपनी उपज के बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
विदेश मंत्रालय ने इन समझौतों को दोनों देशों के बीच सहयोग के एक नए युग की शुरुआत बताया है, जो क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर शांति, स्थिरता और आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने में सहायक होंगे। भारत और यूएई के बीच इन समझौतों के बाद संबंधों में और अधिक गहराई आने की उम्मीद की जा रही है।