टीमों ने बचाव एवं राहत कार्यों का प्रदर्शन किया
जिले में स्थिति पूरी तरह सामान्य, घबराने की जरूरत नहीं: डिप्टी कमिश्नर
कहा, बाढ़ सुरक्षा अभ्यास का उद्देश्य बाढ़ जैसी आपातकालीन स्थितियों के दौरान विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को मजबूत करना और लोगों को संभावित खतरों के बारे में जागरूक करना
फिल्लौर (जालंधर), 9 जुलाई: संभावित बाढ़ की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने भारतीय सेना के सहयोग से ब्रिगेडियर एस. चटर्जी वाई.एस.एम. कमांडर के नेतृत्व में सतलुज नदी के किनारे तलवंडी कलां गांव में मंगलवार को बाढ़ सुरक्षा अभ्यास करवाया।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि बाढ़ सुरक्षा अभ्यास में जिला प्रशासन के अलावा भारतीय सेना, एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ., पंजाब पुलिस, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड और रेड क्रॉस सोसाइटी की टीमों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि अभ्यास के दौरान टीमों ने बाढ़ की स्थिति में किए जाने वाले बचाव एवं राहत कार्यों का प्रदर्शन किया।
डा. अग्रवाल ने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य बाढ़ जैसी आपात स्थिति के दौरान विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को मजबूत करना, आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए उनकी तैयारियों को बढ़ाना और लोगों को संभावित खतरों के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि किसी आपात स्थिति के दौरान तैयारी, सहयोग और तत्काल प्रतिक्रिया का बहुत महत्व होता है, जिससे होने वाले नुक्सान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जालंधर प्रशासन जिले में बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसके लिए पहले से ही अग्रिम प्रबंध किए गए है। उन्होंने कहा कि जिले में स्थिति बिल्कुल सामान्य है, किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है।
इस अवसर पर एस.डी.एम. लाल विश्वास बैंस सहित सेना और जिला प्रशासन के सीनियर अधिकारी मौजूद थे। इस अभ्यास के दौरान पानी में फंसे लोगों को नावों के जरिए बचाया गया और कुछ हिस्सों में हेलीकॉप्टरों की मदद से एयर रेस्क्यू का भी प्रदर्शन किया गया


