पूरी घटना फकीर मोहन कॉलेज कैंपस में लगे CCTV में रिकॉर्ड हुई है। बीएड डिपार्टमेंट के एचओडी समीर कुमार साहू पर पीड़ित छात्रा समेत दूसरी छात्राओं के मानसिक और शारीरिक शोषण के आरोप हैं। कॉलेज प्रशासन से साहू की शिकायत की गई थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लेने पर छात्रा ने खुद को आग लगा ली।





प्रिंसिपल से शिकायत की, कार्रवाई नहीं हुई
दरअसल, फकीर मोहन कॉलेज में बीएड सेकेंड ईयर की कुछ छात्राओं ने इंटीग्रेटेड बीएड डिपार्टमेंट के एचओडी समीर कुमार साहू के खिलाफ प्रिंसिपल से शिकायत की थी। कहा था कि एचओडी उनका मानसिक शोषण करता है।एक छात्रा ने यहां तक कहा कि एचओडी ने उससे फिजिकल होने काे भी कहा था। एचओडी के खिलाफ पहले भी शिकायत की जा चुकी थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया था।
छात्रा मिलने आई, फिर उसने आग लगा ली-प्रिंसिपल
घटना पर कॉलेज प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष ने कहा- 30 जून को मेरे पास एचओडी समीर कुमार साहू के खिलाफ शिकायत आई थी। कुछ छात्राओं ने बताया कि समीर कुमार साहू उनका मानसिक उत्पीड़न कर रहा है। एक लड़की ने यहां तक कहा था कि गार्डन के पास शिक्षक ने शारीरिक संबंध बनाने की मांग की थी। उसी दिन छात्रों ने घेराव किया था और पुलिस को बुलाया गया था। प्रिंसिपल ने कहा कि छात्रों की मांग पर हमने इंटरनल कम्प्लेंट कमेटी बनाई थी। इसमें सीनियर महिला टीचर, प्रतिनिधि और कुछ बाहरी सदस्य थे। कमेटी ने 7 दिन में रिपोर्ट दी थी। हालांकि कुछ छात्र तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
आज छात्रा मुझसे मिलने आई, मैंने 20 मिनट तक उसे समझाया, लेकिन वह कहने लगी कि अब और इंतजार नहीं कर सकती और यहां से चली गई। करीब 15-20 मिनट बाद पता चला कि उसने खुद को आग लगा ली है।
एचओडी गिरफ्तार, प्रिंसिपल सस्पेंड
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने एचओडी समीर कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया। ओडिशा सरकार ने इस मामले में कॉलेज प्रशासन की गंभीर लापरवाही मानते हुए प्रिंसिपल घोष को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। सरकार के जारी आदेश में कहा गया है कि प्रिंसिपल घोष बिना अनुमति शहर नहीं छोड़ सकते हैं।


