फौजा सिंह को 14 जुलाई को गंभीर हालत में जालंधर के निजी अस्पताल में ले जाया गया था। वहां उन्होंने दम तोड़ दिया। अभी तक उनका अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। परिवार के लोगों का कहना है कि उनके बेटे, बेटियां और अन्य रिश्तेदार कनाडा से आ रहे हैं। उनके आने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा।

कपूरथला के व्यक्ति से NRI ने खरीदी थी गाड़ी
जालंधर के SSP हरविंदर सिंह विर्क द्वारा बनाई गई टीम ने कुछ गाड़ियां लिस्ट आउट की थीं। उनमें से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी की पहचान मंगलवार देर शाम की गई। नंबर से पता चला कि गाड़ी कपूरथला के अठौली गांव के रहने वाले वरिंदर सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है। जिसके बाद जालंधर पुलिस की टीमें कपूरथला रवाना हुईं और वरिंदर तक पहुंचीं। वरिंदर सिंह से पूछताछ में पता चला कि कनाडा से आए एक NRI अमृतपाल सिंह ढिल्लों ने उसकी कार खरीदी थी। अमृतपाल के पिता का निधन हो चुका है, उसकी 3 बहनें हैं और उसकी मां कनाडा में रहती हैं।

वारदात के बाद गांव-गांव होते हुए करतारपुर पहुंचा था आरोपी
पुलिस ने मंगलवार देर रात अमृतपाल को गिरफ्तार कर गाड़ी बरामद कर ली। हादसे के बाद अमृतपाल सीधा अपने गांव दासूपुर गया था। पूछताछ में अमृतपाल ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। अमृतपाल ने बताया कि वह मुकेरियां साइड से अपना फोन बेच कर लौट रहा था। जब वह ब्यास पिंड के पास पहुंचा तो एक बुजुर्ग उनकी गाड़ी की चपेट में आया। उन्हें ये नहीं पता था कि बुजुर्ग फौजा सिंह हैं। जब देर रात खबरें आनी शुरू हुईं तो फौजा सिंह की मौत के बारे में पता चला।


