अखंड केसरी ब्यूरो :-गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) से किसी भी धर्म के व्यक्ति की नागरिकता समाप्त नहीं होती है, बल्कि इसके माध्यम से भारत में शरणार्थियों को नागरिकता के साथ-साथ सम्मान और न्याय प्राप्त होता है। उन्होंने यह बात अहमदाबाद में आयोजित एक समारोह में कही, जहां 188 विस्थापितों को नागरिकता प्रमाणपत्र वितरित किए गए। अपने संबोधन में श्री शाह ने कांग्रेस की पूर्व सरकारों पर वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए विस्थापित हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मोदी सरकार पूरे देश में सीएए लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे लाखों शरणार्थियों को नागरिकता मिल सकेगी।
इसके अलावा, गृह मंत्री ने अहमदाबाद नगर निगम की एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। इन परियोजनाओं के माध्यम से शहर के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है, जिससे आम नागरिकों को लाभ होगा। शाह के अनुसार, सीएए का उद्देश्य न केवल शरणार्थियों को सुरक्षा प्रदान करना है, बल्कि उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान दिलाना भी है। उन्होंने सीएए को भारत की समृद्ध संस्कृति और सहिष्णुता का प्रतीक बताया।


