नई दिल्ली, 2 जनवरी:
देश में कड़ाके की ठंड का माहौल होने के बावजूद, 2024 को भारत के इतिहास में अब तक का सबसे गर्म साल घोषित किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि 1901 के बाद पहली बार भारत ने सबसे अधिक वार्षिक औसत तापमान दर्ज किया है। उनके अनुसार, 2024 के तापमान में हुई इस वृद्धि ने 123 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
महापात्रा ने कहा कि इस साल भी जनवरी के महीने में पूर्वी, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य क्षेत्रों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकतम तापमान भी सामान्य से ऊपर रहने की उम्मीद है।
मौसम के आंकड़ों के अनुसार, मॉनसून के बाद का मौसम 2024 में सबसे अधिक प्रभावित रहा, जिससे तापमान में औसतन 0.83 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई। देशभर में न्यूनतम तापमान में 0.89°C और अधिकतम तापमान में 0.46°C प्रति सदी की दर से वृद्धि दर्ज की गई। ये आंकड़े जलवायु परिवर्तन के स्पष्ट संकेत देते हैं और पर्यावरणीय चिंताओं को और गहरा करते हैं। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यदि इस पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले वर्षों में इसके और गंभीर परिणाम हो सकते हैं।


