Parliament Budget Session Live updates: संसद के बजट सत्र में सोमवार (3 फरवरी) को प्रयागराज में हुए महाकुंभ भगदड़ पर भारी हंगामा हुआ। विपक्षी दलों ने भगदड़ में हुई 30 लोगों की मौत को लेकर सरकार से जवाब मांगा।
Live Updates:
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लोकसभा अध्यक्ष ने की शांति बनाए रखने की अपील
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सदन में व्यवस्था बनाए रखने की अपील की, लेकिन विपक्षी सांसदों ने विरोध जारी रखा। इस पर ओम बिरला ने नाराज होते हुए कहा कि आप लोगों को जनता ने सवाल पूछने के लिए संसद भेजा है या मेज तोड़ने के लिए। अगर आपको मेज तोड़ने के लिए यहां भेजा गया है तो आप और भी जोर से मारें। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी सांसदों से शांति बनाए रखने और मुद्दे को सही तरीके से उठाने की अपील की। हालांकि, विपक्ष इस मुद्दे पर तुरंत बहस की मांग कर रहा था। कांग्रेस और सपा ने उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि वह महाकुंभ में भगदड़ की जिम्मेदारी लेने से बच रही है।
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स्पीकर ने कहा- प्रश्नकाल में दूसरे मुद्दों की चर्चा नहीं
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा, “राष्ट्रपति जी ने अपनी स्पीच में महाकुंभ का भी जिक्र किया है। अभी प्रश्नकाल है, इसलिए इस समय किसी अन्य विषय पर चर्चा नहीं हो सकती।” इसके बावजूद विपक्षी सांसद हंगामा करते रहे और सरकार से मौतों का सही आंकड़ा जारी करने की मांग करते हुए नारेबाजी की।
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रूस का प्रतिनिधिमंडल संसद में रहा मौजूद
लोकसभा की कार्यवाही देखने के लिए रूस से एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल भारत पहुंचा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जानकारी दी कि इस डेलिगेशन का नेतृत्व रूस के राज्य ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने किया। प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय संसद की कार्यवाही का अवलोकन किया और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। यह दौरा दोनों देशों के संसदीय सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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राज्यसभा में भी महाकुंभ भगदड़ पर हंगामा
लोकसभा के अलावा राज्यसभा में भी विपक्ष ने महाकुंभ भगदड़ को लेकर सरकार को घेरा। कांग्रेस, टीएमसी, सपा और सीपीआई के सांसदों ने कार्यवाही स्थगन के नोटिस देकर इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। इसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया
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महाकुंभ भगदड़ में मरने वालों की सूची जारी करने की मांग
समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि कुंभ में भगदड़ की घटना प्रशासन के कुप्रबंधन के कारण हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भगदड़ में हजारों लोग मारे गए, लेकिन सरकार सही आंकड़ा छुपा रही है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी सरकार से मृतकों की सूची जारी करने की मांग की।
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राज्यसभा में महाकुंभ भगदड़ पर लाया गया स्थगन प्रस्ताव
महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करने का नोटिस दिया। कांग्रेस के प्रमोद तिवारी, दिग्विजय सिंह, टीएमसी की सागरिका घोष, सपा के जावेद अली और रामजी लाल सुमन, व सीपीआई के जॉन ब्रिटास ने सरकार से जवाब मांगा। वॉकआउट के बाद तिवारी ने कहा कि हम एक घंटे बाद लौटकर फिर से इस मुद्दे को उठाएंगे।
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अखिलेश यादव के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन
शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के दौरान भी महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा उठाया गया था, लेकिन सोमवार को यह विरोध और तेज हो गया। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने संसद में जोरदार विरोध किया और अपनी पार्टी के सांसदों के साथ वॉकआउट भी किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “सरकार बजट पेश कर रही है, लेकिन हजारों लोग अभी भी अपनों को खोज रहे हैं। कई लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन सरकार असली आंकड़े छिपा रही है। हिंदुओं की जान गई है, सरकार को जागना चाहिए
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विपक्ष का आरोप – सच्चाई छुपा रही सरकार
विपक्ष का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस सांसदों ने कहा कि राज्य सरकार ने घंटों तक मौतों की पुष्टि नहीं की, जिससे जनता में भ्रम की स्थिति बनी रही। विपक्ष का आरोप है कि सरकार मृतकों और घायलों की सही संख्या नहीं बता रही है और पीड़ित परिवारों को कोई ठोस मदद नहीं मिल रही। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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गांधी परिवार और जॉर्ज सोरोस के बीच संबंधों को उजागर करूंगा
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा जाने से पहले कहा कि मैं गांधी परिवार और जॉर्ज सोरोस के बीच संबंधों को उजागर करूंगा। निशिकांत दुबे ने दावा किया कि सोरोस के बेटे की बांग्लादेश के सीईओ मोहम्मद यूनुस के साथ तस्वीर सामने आई है। वह चार दिन तक बांग्लादेश में रहा। दुबे ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश भारत में घुसपैठियों को भेजने और देश को बांटने का केंद्र बन गया है, जिसे मैं बेनकाब करेंगे।
महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा बना सियासी बहस
महाकुंभ में भगदड़ की घटना ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। विपक्ष ने इस मामले को संसद के अलावा सड़क तक ले जाने की चेतावनी दी है। वहीं, भाजपा सांसदों का कहना है कि सरकार घटना की जांच करवा रही है और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन विपक्ष सरकार की इस सफाई से संतुष्ट नहीं है। यही वजह है कि विपक्षी दल सरकार इस पर स्पष्ट जवाब मांग रहे हैं।


