नई दिल्ली/न्यूज नेटवर्क
महाराष्ट्र के सोलापुर में शुक्रवार (19 जनवरी, 2024) को जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- ये समय हम सबके लिए भक्ति भाव का समय है। साथियों ये भी संयोग है की मेरे इस अनुष्ठान की शुरुआत नासिक से हुई। आज कई परिवारों का गृह प्रवेश हो रहा है। 22 जनवरी को ऐतिहासिक क्षण होगा। 22 जनवरी को सब लोग पूरे हिंदुस्तान में राम ज्योति प्रज्जवलित करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद मूर्ति के दर्शन होंगे। रामलला के विग्रह का मुख फिलहाल पीतांबर वस्त्र से ढंका है, जबकि उनके नेत्रों पर पीले रंग की पट्टी है। यह पट्टी 22 जनवरी, 2024 को उनकी प्राण-प्रतिष्ठा के मौके पर हठाई जाएगी।भगवान के मुख और आसपास के कुछ अंग (मसलन होंठ, माथा और बाल) भी नजर आए। इस बीच, मंदिर में 22 जनवरी, 2024 को होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त भी सामान आया है। 84 सेकंड के मुहूर्त का ब्यौरा 6 पन्ने में दिया गया है जिसके आधार पर प्रभु की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को मंत्रिमंडल के सहयोगियों से 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जश्न दिवाली की तरह अपने घरों में दीये जलाकर तथा गरीबों को खाना खिला कर मनाने के लिए कहा। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि राम मंदिर को लेकर देश में देखे जा रहे भारी उत्साह के बीच उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह टिप्पणी की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने कैबिनेट मंत्रियों से 22 जनवरी के बाद अपने-अपने राज्यों के श्रद्धालुओं के साथ मंदिर में जाने और दर्शन करने का आग्रह किया। समारोह से पहले हिन्दुत्ववादी संगठनों द्वारा जनता को जुटाने की कवायद को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के साथ, भाजपा का मानना है कि यह आयोजन मंदिर को लेकर लोगों में उत्साह बढ़ाएगा और अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनावों में उसे इसका लाभ मिल सकता है। लोगों की अयोध्या यात्रा और समारोह के बाद वहां ठहरने की सुविधा के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पहले ही देश भर में अपने सदस्यों को जिम्मेदारी दी है।


