Delhi 6FEB :- अमेरिका से निर्वासित किए गए भारतीय नागरिकों के मुद्दे पर राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और अमेरिका के साथ लगातार बातचीत कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वापस लौटने वाले भारतीय नागरिकों के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार न हो। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत यह सभी देशों की जिम्मेदारी है कि यदि उनके नागरिक किसी अन्य देश में अवैध रूप से रह रहे हैं, तो उन्हें वापस लिया जाए। विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार अपने नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इस मुद्दे पर अमेरिकी प्रशासन से संवाद जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि निर्वासित नागरिकों को उनके मूल स्थान पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए भारत सरकार आवश्यक कदम उठा रही है और इस प्रक्रिया में मानवीय दृष्टिकोण अपनाया जाएगा। सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि इस तरह की निर्वासन प्रक्रिया पारदर्शी हो और प्रभावित व्यक्तियों को किसी भी तरह की अमानवीय परिस्थितियों का सामना न करना पड़े। विदेश मंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार इस मुद्दे पर सतर्क है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि निर्वासित भारतीयों को सम्मानजनक और सुरक्षित तरीके से उनके देश में पुनर्वासित किया जाए।


