अखंड केसरी ब्यूरो :-हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश और भूस्खलन के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन की वजह से 142 सड़कों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है, जिससे परिवहन व्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है। भारी वर्षा के बाद कुछ जगहों पर बिजली के ट्रांसफार्मर और पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे बिजली और पानी की आपूर्ति में भी रुकावट आ रही है।मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने चेतावनी दी है कि आगामी चार दिनों तक राज्य में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 18 अगस्त तक के लिए पूरे प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें विशेष रूप से सिरमौर जिले और उसके आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा बताया गया है। लोगों को भूस्खलन संभावित क्षेत्रों और नदी-नालों के समीप जाने से मना किया गया है और सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बुधवार सुबह तक हिमाचल प्रदेश में 142 सड़कें बंद हैं
बीते 24 घंटों में प्रदेश के कई हिस्सों में भारी वर्षा हुई है, जिसमें सबसे ज्यादा 40 मिलीमीटर बारिश धर्मशाला में दर्ज की गई है। कांगड़ा में 35 मिलीमीटर, नारकंडा में 23 मिलीमीटर, बह्रामणी में 19 मिलीमीटर, सुजानपुर टीहरा में 16 मिलीमीटर, भराड़ी में 15 मिलीमीटर और रामपुर में 11 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बुधवार सुबह तक प्रदेश में 142 सड़कें बंद हैं, जिनमें दो नेशनल हाईवे भी शामिल हैं। शिमला जिले में सबसे अधिक 73 सड़कों पर यातायात ठप है, जबकि मंडी में 22, कुल्लू में 20, सिरमौर में 14, कांगड़ा में पांच, लाहौल-स्पीति और किन्नौर में तीन-तीन और चंबा में दो सड़कें बंद हैं। इसके अलावा, मंडी जिले में भारी वर्षा से 117 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं, जिससे वहां बिजली की आपूर्ति ठप हो गई है। सिरमौर में 40, लाहौल-स्पीति में 31, कुल्लू में सात, उना और चंबा में तीन-तीन और कांगड़ा में एक ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली सप्लाई प्रभावित हो गई है।
पेयजल योजनाओं की स्थिति भी गंभीर है। शिमला में 21, कुल्लू में 18, बिलासपुर में छह और सिरमौर तथा उना में एक-एक पेयजल योजना बंद पड़ी है, जिससे लोगों को पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।इन हालातों को देखते हुए सरकार और प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और आपातकालीन सेवाओं के लिए तैयार रहने की अपील की है। सभी जिलों में आपदा प्रबंधन दल को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तेजी से कार्रवाई की जा सके।


