शुरुआती रुझानों में बीजेपी और कांग्रेस गठबंधन में कांटे की टक्कर; उमर अब्दुल्ला गंदेरबल सीट से पीछे

Jammu and Kashmir Assembly Elections 2024: जम्मू-कश्मीर में 10 सालों बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं। आज यानी मंगलवार (8 अक्टूबर) को सुबह 8:00 बजे से मतगणना शुरू हो गई है। बता दें कि जम्मू कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान हुए थे। 90 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत होगी।

जम्मू-कश्मीर:- कुल सीट:90, बहुमत:46
पार्टी आगे जीत कुल
BJP 29 00 29
INC+NC 44 00 44
PDP 05 00 05
Other 12 00 12

Jammu and Kashmir Assembly Elections 2024: जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव की वोटिंग हो चुकी हैं। जम्मू-कश्मीर में 10 सालों बाद विधानसभा चुनाव (Jammu Kashmir Chunav Result 2024) हुए हैं। ऐसे में चुनाव परिणाम को लेकर हर कोई एक्साइटेड नजर आ रहा है। 2024 के इस चुनावों में कौन सी पार्टी बाजी मारेगी, इसका फैसला कुछ ही घंटों में हो जाएगा। मतगणना आज सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है। पूरे राज्य में लोगों की निगाहें इस चुनावी परिणाम पर टिकी हुई हैं।

बता दें कि जम्मू कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान हुए थे। जम्मू कश्मीर की 90 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत होगी। एग्जिट पोल्स के नतीजों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल रहा है। सर्वे में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन को सबसे ज्यादा 35-45 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है जबकि भाजपा का जम्मू में जलवा बरकरार होने के रुझान मिले हैं।

Jammu and Kashmir Assembly Elections Live Update:-

  • हमें जीत की उम्मीद-उमर अब्दुल्ला
    गंदेरबल और बडगाम से पार्टी के उम्मीदवार उमर अब्दुल्ला ने कहा, “हमें उम्मीद है कि हम जीतेंगे। जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं ने जो फैसला किया है, वह हमें आज दोपहर तक पता चल जाएगा। पारदर्शिता होनी चाहिए… अगर लोगों का जनादेश भाजपा के खिलाफ है, तो उन्हें कोई चाल नहीं चलनी चाहिए… हमने गठबंधन इसलिए किया ताकि हम जीत सकें और हमें जीत की उम्मीद है…”

  • 2/3 बहुमत के साथ सरकार- कांग्रेस उम्मीदवार टीएस टोनी
    बाहु विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार टीएस टोनी ने कहा, “कांग्रेस-एनसी गठबंधन 2/3 बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहा है। पहले लोग सिर्फ बयानों पर भरोसा करते थे। अब सारे झूठ उजागर हो गए हैं…लोग अब सब कुछ जान चुके हैं। यह मंदिरों का शहर था। भाजपा ने इसे शराब का शहर बना दिया।

    टीएस टोनी ने कहा कि यह राजस्व सृजन के लिए है…लोग शराब और भू-माफिया से निराश हो चुके हैं…अब वे बेनकाब हो चुके हैं। जनता अब उन पर भरोसा नहीं करती…भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है। 5 विधायकों की नियुक्ति चुनी हुई सरकार को करनी थी। यहां तक ​​कि राष्ट्रपति के पास भी सीधी नियुक्ति का यह अधिकार नहीं है। एलजी के पास यह मनमानी शक्ति कैसे हो सकती है?…”

  • शुरुआती रुझानों में कड़ा मुकाबला
    जम्मू-कश्मीर में वोटों की गिनती के शुरुआती रुझानों में जम्मू-कश्मीर में बीजेपी से कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन 36 सीटों पर आगे है। वहीं भाजपा 28 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। जबकि पीडीपी 5 सीटों पर आगे है।
  • जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती शुरू, सबसे पहले पोस्टल बैलेट गिने जा रहे।

जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में हुआ था चुनाव 
घाटी की 90 सीटों पर तीन चरणों में मतदान हुआ था। पहले चरण के लिए 18 सितंबर को 24 सीटों पर मतदान हुआ था, जबकि दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर को 26 सीटों और तीसरे चरण के लिए 1 अक्टूबर को सबसे ज्यादा 40 सीटों पर मतदान हुआ था।

धारा 370 हटने के बाद पहला चुनाव
5 अगस्त 2019 को धारा 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर का दर्जा बदल गया था और इसे केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील कर दिया गया था। हालांकि, इसके बाद पहली बार राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। यह चुनाव धारा 370 के बाद से जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक स्थिरता और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस चुनाव में कुल 90 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ।

जम्मू-कश्मीर में किनके बीच है मुकाबला
जम्मू कश्मीर में मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (गठबंधन), पीडीपी के बीच माना जा रहा है। भाजपा ने जम्मू में जहां सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं, दूसरी ओर कश्मीर में कुछ ही सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। महबूबा मुफ्ती की पीडीपी दोनों क्षेत्रों में चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा अन्य छोटे दलों ने भी मुकाबले को दिलचस्प बनाने की कोशिश की है।

इन सीटों पर रोचक मुकाबला

  • जम्मू-कश्मीर की हॉट सीटो में पुलवामा, श्रीगुफवारा बिजवाड़ा, गांदरबल और श्री माता वैष्णो विधानसभा शामिल है। पुलवामा विधानसभा सीट पर पीडीपी के वहीद उर रहमान पारा और नेशनल कॉन्फ्रेंस मोहम्मद खलील बंद के बीच टक्कर है।
  • श्रीगुफवारा बिजवाड़ा विधानसभा सीट से महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती और नेकां उम्मीदवार बशीर अहमद शाह वीरी के बीच कांटे की टक्कर है। वहीं, गांदरबल विधानसभा सीट से जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीडीपी के बशीर अहमद मीर बीच लड़ाई है।
  • श्री माता वैष्णो विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी बलदेव राज शर्मा, कांग्रेस प्रत्याशी भूपिंदर सिंह और पीडीपी के प्रत्याशी प्रताप कृष्ण शर्मा के बीच त्रिकोणीय लड़ाई है।

Jammu and Kashmir Assembly Elections 2024: जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव की वोटिंग हो चुकी हैं। जम्मू-कश्मीर में 10 सालों बाद विधानसभा चुनाव (Jammu Kashmir Chunav Result 2024) हुए हैं। ऐसे में चुनाव परिणाम को लेकर हर कोई एक्साइटेड नजर आ रहा है। 2024 के इस चुनावों में कौन सी पार्टी बाजी मारेगी, इसका फैसला कुछ ही घंटों में हो जाएगा। मतगणना आज सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है। पूरे राज्य में लोगों की निगाहें इस चुनावी परिणाम पर टिकी हुई हैं।

बता दें कि जम्मू कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान हुए थे। जम्मू कश्मीर की 90 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत होगी। एग्जिट पोल्स के नतीजों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल रहा है। सर्वे में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन को सबसे ज्यादा 35-45 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है जबकि भाजपा का जम्मू में जलवा बरकरार होने के रुझान मिले हैं।

Jammu and Kashmir Assembly Elections Live Update:-

जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में हुआ था चुनाव 
घाटी की 90 सीटों पर तीन चरणों में मतदान हुआ था। पहले चरण के लिए 18 सितंबर को 24 सीटों पर मतदान हुआ था, जबकि दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर को 26 सीटों और तीसरे चरण के लिए 1 अक्टूबर को सबसे ज्यादा 40 सीटों पर मतदान हुआ था।

धारा 370 हटने के बाद पहला चुनाव
5 अगस्त 2019 को धारा 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर का दर्जा बदल गया था और इसे केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील कर दिया गया था। हालांकि, इसके बाद पहली बार राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। यह चुनाव धारा 370 के बाद से जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक स्थिरता और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस चुनाव में कुल 90 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ।

जम्मू-कश्मीर में किनके बीच है मुकाबला
जम्मू कश्मीर में मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (गठबंधन), पीडीपी के बीच माना जा रहा है। भाजपा ने जम्मू में जहां सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं, दूसरी ओर कश्मीर में कुछ ही सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। महबूबा मुफ्ती की पीडीपी दोनों क्षेत्रों में चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा अन्य छोटे दलों ने भी मुकाबले को दिलचस्प बनाने की कोशिश की है।

इन सीटों पर रोचक मुकाबला

  • जम्मू-कश्मीर की हॉट सीटो में पुलवामा, श्रीगुफवारा बिजवाड़ा, गांदरबल और श्री माता वैष्णो विधानसभा शामिल है। पुलवामा विधानसभा सीट पर पीडीपी के वहीद उर रहमान पारा और नेशनल कॉन्फ्रेंस मोहम्मद खलील बंद के बीच टक्कर है।
  • श्रीगुफवारा बिजवाड़ा विधानसभा सीट से महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती और नेकां उम्मीदवार बशीर अहमद शाह वीरी के बीच कांटे की टक्कर है। वहीं, गांदरबल विधानसभा सीट से जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीडीपी के बशीर अहमद मीर बीच लड़ाई है।
  • श्री माता वैष्णो विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी बलदेव राज शर्मा, कांग्रेस प्रत्याशी भूपिंदर सिंह और पीडीपी के प्रत्याशी प्रताप कृष्ण शर्मा के बीच त्रिकोणीय लड़ाई है।
Share This Article
Leave a comment