संसद शीतकालीन सत्र : अडाणी के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा, दिल्ली की सुरक्षा पर AAP सांसदों का प्रदर्शन, कार्यवाही स्थगित

Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र का गुरुवार (29 नवंबर) को चौथा दिन  है। कांग्रेस फिर से अडाणी का मुद्दा उठाया। सत्र से पहले दिल्ली ब्लास्ट पर सदन के बाहर AAP के सांसदों ने प्रदर्शन किया।

Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र का शुक्रवार (29 नवंबर) को चौथा दिन है। कांग्रेस ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सांसदों ने अडाणी मुद्दे पर हंगामा किया। हंगामे के बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। बुधवार को राहुल गांधी ने अडाणी पर अमेरिका में 2 हजार करोड़ की रिश्वत देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार उन्हें बचा रही है। बुधवार को संसद में प्रियंका गांधी ने वायनाड से सांसद पद की शपथ ली। उनके साथ उनकी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी भी मौजूद थे।

AAP सांसदों ने किया प्रदर्शन

शुक्रवार को दिल्ली की सुरक्षा का मुद्दा भी संसद में उठाया जा सकता है। सत्र शुरू होने से पहले आम आदमी पार्टी के सांसदों ने प्रदर्शन किया। आप सांसदों ने कहा कि दिल्ली में लगातार कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। संजय सिंह और राघव चड्ढा के साथ ही पार्टी के दूसरे सांसदों ने हाथ में तख्ती लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

अडाणी और संभल हिंसा का मुद्दा उठा

सत्र में अडाणी और संभल हिंसा जैसे मुद्दों पर बहस जारी है। संभल में हुई हिंसा का मुद्दा भी संसद में उठाया गया। सपा के सांसद राम गोपाल यादव ने संसद भवन पहुंचने पर कहा कि सरकार संभल, मणिपुर और अडाणी के मुद्दे पर बहस से भाग रही है। सरकार चाहती ही नहीं है कि सइन चले। ऐसे में सदन कैसे चलेगा। अजमेर दरगाह के मुद्दे पर कहा कि यह बेहद दुखद है, अगर इस तरह की कार्रवाई होने लगे तो दुनिया भर में हमारी बदनामी होगी।

सत्र में पेश होंगे कुल 16 विधेयक

इस सत्र में कुल 16 विधेयक पेश होने हैं। इनमें से 11 पर चर्चा और 5 मंजूरी के लिए पेश किए जाएंगे। प्रियंका गांधी के शपथ लेने के बाद कांग्रेस में नए जोश की लहर है। वायनाड से उपचुनाव जीतकर प्रियंका ने लोकसभा में प्रवेश किया। उनके साथ नांदेड़ से कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसद रविंद्र चव्हाण ने भी शपथ ली। प्रियंका गांधी ने हाथ में संविधान की प्रति लेकर अपने पद की शपथ ली

सोशल मीडिया पर अश्विनी वैष्णव का बयान

सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर वल्गर कंटेंट रोकने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा कानून पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने संसद से इस विषय पर सख्त कानून बनाने की अपील की। उनके इस बयान पर सांसदों ने सहमति जताई। सोशल मीडिया की वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह कानून देश के लिए बेहद जरूरी बताया गया।

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