प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में रैली के दौरान महाकुंभ में हुई भगदड़ पर संवेदना व्यक्त की। उन्होने अरविन्द केजरीवाल के उस बयान पर भी खेद जताया जिसमें उन्होंने हरियाणा पर यमुना में ज़हर मिलाने की बात कही थी।
नई दिल्ली, 29 जनवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के घौंडा क्षेत्र में विधानसभा चुनावों के लिए अपनी रैली की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
प्रधानमंत्री ने अरविन्द केजरीवाल के उस बयान पर खेद जताया जिसमें उन्होंने हरियाणा पर यमुना में ज़हर मिलाने की बात कही थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो हरियाणा धर्मपरायण है, जिसके हर एक घर में नौजवान देश सेवा और रक्षा की सोचते हैं जिस हरियाणा के बच्चे दिल्ली में रहते हैं उस हरियाणा पर ऐसा आरोप राजनीति का घिनौना रूप दिखा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब आपदा की लूट और उसकी झूठ नहीं चलेगी। जनता 5 फरवरी को ज़रूर सबक सीखाएगी। वहीं उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकारें चाहें कोई भी हो जनकल्याण की योजनाएं कभी बंद नहीं होती। मोदी सरकार ने 2014 में मनरेगा को बंद नहीं बल्कि उसमें भ्रष्टाचार हटाकर, पारदर्शिता लाकर मजबूत बनाया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपदा वालों के झूठ से बचना ज़रूरी है।
उन्होने कहा कि, दिल्ली के लोग अब ऐसी सरकार चाहते हैं जो गरीबों के लिए आवास निर्माण करें, दिल्ली को आधुनिक बनाये और सभी घरों को नल से जल उपलब्ध कराने के साथ टैंकर माफिया से मुक्ति दिलाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और आप के 25 साल के शासन में दिल्ली की समस्या ज्यों कि त्यों है और इन दोनों दलों ने दो पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि रैली का दृश्य दिल्ली का मूड और यहां के लोगों के जनादेश को दर्शा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के दिल्ली में सत्ता में आने के बाद लोगों से किये गए वायदे समयबद्ध तरीके से पूरे किये जाएंगे और यह मोदी की गारंटी है।


