Punjab:-लुधियाना जिले के विभिन्न गांवों में बायोगैस फैक्टरियों के विरोध में किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। किसानों का कहना है कि ये फैक्टरियां उनके लिए मुसीबत का कारण बन रही हैं और इनसे उनके कृषि कार्यों पर बुरा असर पड़ रहा है। इस विरोध के चलते किसानों ने 10 सितम्बर को दिल्ली रोड जाम करने का बड़ा फैसला लिया है।
किसानों के अनुसार, पिछले पांच महीनों से वे अपनी आवाज़ सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। कभी डी.सी. कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं तो कभी विधायकों के दरवाजे खटखटा रहे हैं, लेकिन हर जगह उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। अब उनके पास संघर्ष को तेज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
जिला के चार स्थानों—अखाड़ा, भूंदड़ी, घुंघराली राजपूत और मुशकाबाद—में किसानों ने धरने दे रखे हैं, जहां दिन-रात वे अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा जगराओं के ब्लाक अध्यक्ष तरसेम सिंह बसुवाल और जिला अध्यक्ष जगतार सिंह देहड़का ने धरने के दौरान ऐलान किया कि अगर उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो 10 सितम्बर को लुधियाना-दिल्ली रोड को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।
किसानों का कहना है कि बायोगैस फैक्टरियों से निकलने वाली गंदगी और प्रदूषण से उनके खेतों और स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है। वे चाहते हैं कि सरकार इस मुद्दे पर जल्द ध्यान दे और उनकी समस्याओं का समाधान करे। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो वे अपने विरोध को और भी उग्र करने के लिए तैयार हैं।


