अखंड केसरी ब्यूरो :-पंजाब पुलिस की कड़ी मेहनत और केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय में किए गए अथक प्रयासों का परिणाम यह रहा कि अमृतपाल सिंह, निवासी गांव भोमा, पुलिस स्टेशन घुमन, जो कई गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित था, उसे ऑस्ट्रिया से भारत निर्वासित किया गया है। अमृतपाल सिंह एक भगोड़ा अपराधी था, जो लंबे समय से ऑस्ट्रिया में अवैध रूप से रह रहा था और उसे आखिरकार 13 सितंबर, 2024 को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नई दिल्ली पर बटाला पुलिस ने हिरासत में लिया।
अमृतपाल सिंह पर हत्या, हत्या के प्रयास, मादक पदार्थों की तस्करी और हथियार अधिनियम के तहत गंभीर अपराधों का आरोप है। इन आरोपों के चलते वह भारत से फरार होकर ऑस्ट्रिया में छिपा हुआ था, लेकिन पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की समन्वित कार्यवाही से उसे पकड़ा जा सका। उसका यह निर्वासन, भारत में कानून व्यवस्था बनाए रखने और पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।
अमृतपाल सिंह का मामला केवल एक आपराधिक मामला नहीं है, बल्कि यह कानून व्यवस्था के लिए एक चुनौती थी, क्योंकि वह वर्षों से कानून की पकड़ से बाहर था। ऑस्ट्रिया में अवैध रूप से रह रहे इस अपराधी को भारत लाने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किए गए, और अंततः पंजाब पुलिस के अथक परिश्रम के चलते उसे भारत लाया जा सका।
इस पूरी कार्यवाही से यह संदेश भी जाता है कि पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां किसी भी अपराधी को कानून के शिकंजे से बचने नहीं देंगी, चाहे वह कहीं भी छिपा हो। अमृतपाल सिंह का निर्वासन, विशेष रूप से उन लोगों के लिए राहत की बात है, जो उसके अपराधों के शिकार हुए थे और न्याय की प्रतीक्षा कर रहे थे।


