वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा की साख दांव पर
देश में बुधवार (13 नवंबर) का दिन चुनावों के नाम हैं। देश के 10 राज्यों की 31 विधानसभा सीटों और केरल की एक लोकसभा सीट पर बुधवार को उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। वहीं दूसरी ओर झारखंड में विधानसभा चुनाव का पहला चरण शुरू हुआ। झारखंड से लेकर कर्नाटक तक विभिन्न राज्यों में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चलेगा। 23 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे, जिससे सभी प्रमुख दलों की सियासी किस्मत का फैसला होगा। इन चुनावों में हर सीट पर एक नई सियासी करवट देखने को मिलेगी, और परिणाम का सभी पर बड़ा असर होगा।
वायनाड लोकसभा सीट पर प्रियंका गांधी का बड़ा दांव
केरल की वायनाड सीट पर इस बार कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा चुनावी मैदान में हैं। उनके सामने भाजपा की नव्या हरिदास और लेफ्ट के सत्यन मोकेरी जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी हैं। प्रियंका के इस कदम को कांग्रेस के दक्षिण भारत में बढ़ते कदम के रूप में देखा जा रहा है। यह सीट 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी की लोकप्रियता की परीक्षा के रूप में भी देखी जा रही है।
Live Updates:
- वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस की कैंडिडेट प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “मेरी उम्मीद है कि वायनाड के लोग मुझे उनके प्यार और स्नेह का बदला चुकाने और उनके लिए काम करने और उनका प्रतिनिधि बनने का मौका देंगे। मुझे उम्मीद है कि हर कोई अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करेगा और वोट देगा।
- वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाड्रा ने वायनाड में एक बूथ का दौरा किया। केरल के वायनाड लोकसभा सीट के लिए वोटिंग सुबह सात बजे शुरू हुई। लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) ने इस सीट से सत्यन मोकेरी को मैदान में उतारा है। वहीं, भाजपा से नव्या हरिदास मैदान में हैं।
- केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार नव्या हरिदास ने वोटिंग से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वायनाड के लोगों को एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो जमीनी स्तर पर उनके साथ काम कर सके और संसद में उनके मुद्दों को उठा सके और समाधान ढूंढ सके। कांग्रेस इस बार किट, पैसा, शराब, सब कुछ देकर मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। क्योंकि कांग्रेस को डर है कि वह ये चुनाव हार जाएगी।
- पश्चिम बंगाल के सिताई विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। सिताई विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार दीपक कुमार रॉय ने अपना वोट डाला।
सिक्किम की सीटों पर निर्विरोध चुनाव
सिक्किम की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की आवश्यकता नहीं पड़ी क्योंकि यहां सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के दोनों प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए। सिक्किम के इस निर्णय को राजनीति में एक अनोखे घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है, जहां बिना वोटिंग के ही प्रत्याशियों को विजय प्राप्त हो गई।
झारखंड में विधानसभा चुनाव का पहला चरण
झारखंड में पहले चरण के चुनाव के तहत 43 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ। यहां के चुनाव में राज्य की राजनीति का भविष्य तय होगा, क्योंकि हर सीट पर प्रमुख दल अपनी साख बचाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। राज्य में विभिन्न दलों के प्रचार अभियान ने जनता को बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए प्रेरित किया है।
राजस्थान: सात विधानसभा सीटों पर मुकाबला
राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव का महत्व है। इनमें से 4 सीटें कांग्रेस के पास थीं, जबकि भाजपा, BAP और RLP के पास एक-एक सीट थी। ये चुनाव मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार के लिए भी एक अग्निपरीक्षा की तरह माने जा रहे हैं। राज्य में हाल के चुनाव परिणाम कांग्रेस के पक्ष में रहे हैं, लेकिन भाजपा इस बार ज्यादा ताकत लगा रही है।
बिहार में चार सीटों पर उपचुनाव
बिहार की चार विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को 2025 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। बिहार में NDA और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है, जिसमें नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की साख दांव पर लगी है। ये चुनाव दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि ये उनके राजनीतिक समीकरण को मजबूत करेंगे।
मध्य प्रदेश: शिवराज और विजयपुर सीट पर घमासान
मध्य प्रदेश की दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से बुधनी सीट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की है, जो अब भाजपा के रमाकांत भार्गव के पास है। वहीं, विजयपुर सीट पर वन मंत्री रामनिवास रावत कांग्रेस के दलबदल कर भाजपा में शामिल हुए थे। इस सीट के नतीजे से राज्य की राजनीति में भाजपा की स्थिति मजबूत होगी या कमजोर, यह तय होगा।
छत्तीसगढ़: रायपुर दक्षिण में सत्तारूढ़ दल की परीक्षा
छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण सीट पर भाजपा की मजबूत चुनौती है। पार्टी ने यहां के चुनाव को प्रतिष्ठा की लड़ाई बना दिया है। कांग्रेस ने युवा चेहरे आकाश शर्मा को मैदान में उतारा है। राज्य की राजनीति में ये उपचुनाव खास हैं, क्योंकि यहां के परिणाम सीधे तौर पर आगामी विधानसभा चुनाव पर असर डालेंगे।
पश्चिम बंगाल में TMC की साख पर सवाल
पश्चिम बंगाल की 6 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। TMC की अधिकतर सीटें खाली हुई हैं, जिन पर अब मुकाबला तीव्र हो चुका है। महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे और हाल के विवादों के कारण टीएमसी को यहां चुनौती मिल सकती
है। ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है, जो इन चुनावों के नतीजों को प्रभावित कर सकता है।
कर्नाटक: दो पूर्व सीएम के बेटे मैदान में
कर्नाटक में तीन सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे निखिल कुमारस्वामी और भरत बोम्मई मैदान में हैं। निखिल कुमारस्वामी पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के बेटे हैं और भरत बोम्मई पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई के बेटे हैं। यहां परिवारवाद का मुद्दा भी जोर पकड़ रहा है। इस चुनाव में तीसरी पीढ़ी के नेता चुनावी मैदान में ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं।


