19 मार्च को शंभू और खनौरी बॉर्डर से पुलिस ने हिरासत में लिए सैकड़ों किसान नेताओं की धीरे-धीरे रिहाई की जा रही है। पुलिस ने सोमवार रात को 202 किसानों को रिहा करके उनके घरों के लिए भेज दिया है।
पटियाला। पटियाला की सेंट्रल जेल और नाभा की नई जिला जेल से सोमवार देर रात करीब 202 किसानों को रिहा कर दिया गया। पटियाला जेल से करीब 70 और नाभा जेल से 132 किसानों को रिहा किया गया है। इससे पहले दिन में आईजीपी (हेडक्वार्टर) सुखचैन सिंह गिल ने बयान दिया था कि हिरासत में लिए किसानों को जल्द रिहा कर दिया जाएगा।
19 मार्च को शंभू और खनौरी बॉर्डरों पर हुए पुलिस एक्शन के बाद से करीब 150 किसान नाभा की नई जिला जेल में बंद थे। इन सभी किसानों को खनौरी बॉर्डर से पुलिस ने हिरासत में लिया था। रिहा किए गए 132 किसान विभिन्न जिलों से संबंधित हैं। किसान नेताओं ने अपने साथियों की रिहाई पर संतोष जताते मांग की है कि बाकी के किसानों को भी जल्द रिहा किया जाए।
दरअसल 19 मार्च को केंद्र के साथ बैठक करके वापस लौटते किसान नेताओं सरवन सिंह पंधेर, जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत कई बड़े किसान नेताओं को पुलिस ने रास्ते में हिरासत में लिया था। इसके बाद पुलिस ने बॉर्डरों का रुख किया था, वहां पुलिस ने जबरदस्त एक्शन करते सैकड़ों की संख्या में किसानों को गिरफ्तार करके उनके द्वारा बॉर्डरों पर किए निर्माणों को ढहा दिया था। तब से पंजाब सरकार व पुलिस प्रशासन लगातार विरोधियों के निशाने पर थे। विरोधियों की ओर से लगातार किसानों के रिहाई की मांग की जा रही थी।
डल्लेवाल को मिलने गए चार किसान नेताओं को हिरासत में लिया


