जानकारी के अनुसार, 212 एजेंटों में से भी करीब 65 के लाइसेंस की मियाद समाप्त हो चुकी है। केंद्र सरकार इनके लाइसेंस भी अपने स्तर पर रद्द कर चुकी है। पंजाब के लगभग प्रत्येक जिले में बड़े स्तर पर अवैध रूप से ट्रैवल एजेंटों का काम चल रहा है। इससे धोखाधड़ी की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।
कार्रवाई की तैयारी में केंद्र सरकार
केंद्र सरकार गुजरात, पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली के कई फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में है। पंजाब के करीब आठ जिले ऐसे हैं, जिन जिलों का एक भी ट्रैवल एजेंट केंद्र की लिस्ट में पंजीकृत नहीं है। इन जिलों में श्री मुक्तसर साहिब, तरन तारन, फरीदकोट, पठानकोट, फिरोजपुर, मलेरकोटला, फाजिल्का और मानसा शामिल हैं।
बता दें कि, इन जिलों के कुल 2730 फर्जी ट्रैवल एजेंट केंद्र ने लिस्ट आउट किए हैं। जिनके खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियां कार्रवाई की तैयारी में हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इसका दावा किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों की फाइलों के आधार पर भी अलग से कार्रवाई की जाएगी।
राज्य में सबसे ज्यादा लाइसेंस जालंधर के एजेंटों के पंजीकृत
बता दें कि, राज्य का सबसे बड़ा वैध ट्रैवल एजेंटों का काम जालंधर में किया जाता है। ऐसा केंद्र सरकारी की रिपोर्ट में दावा किया गया है। जालंधर के बाद मोहाली और फिर होशियारपुर में सबसे ज्यादा ट्रैवल एजेंट पंजीकृत हैं। जालंधर में सबसे ज्यादा कुल 86 लाइसेंस धार ट्रैवल एजेंट हैं। जिसमें से 16 के लाइसेंस की अवधी समाप्त हो चुकी है। जिनके लाइसेंसों का नवीनीकरण होने वाला है। साथ ही चार लाइसेंसों का रद्द भी किया गया है।
दूसरे नंबर पर मोहाली में सबसे ज्यादा ट्रैवल एजेंटों के पास लाइसेंस हैं। मोहाली के कुल 31 ट्रैवल एजेंट ऐसे हैं, जोकि केंद्र के पास पंजीकृत हैं। उसके बाद होशियारपुर में 22, लुधियाना 20 और अन्य जगहों पर बाकी के लाइसेंस पंजीकृत हैं।
फतेहगढ़ साहिब में एक एजेंट (लाइसेंस निलंबित), 2 संगरूर (एक का लाइसेंस रद्द), शहीद भगत सिंह नगर में 3 (एक का लाइसेंस समाप्त), मोगा जिले में 2, (एक का लाइसेंस समाप्त), कपूरथला में केवल 3 और पटियाला में एक पंजीकृत और बठिंडा में दो एजेंट पंजीकृत (दोनों लाइसेंस समाप्त) हैं।


