अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद हेरोइन की कीमत करीब साढ़े सात करोड़ रुपए आंकी गई है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आरोपियों ने अमृतसर के गेट हकीमां के आनंद विहार इलाके में एक मकान किराए पर ले रखा था, जहां वे हेरोइन रखते थे।
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में पता चला है कि ये आरोपी ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से हेरोइन की खेप मंगवाकर पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई करते थे। जांच में यह भी पता चला है कि इनके संबंध विदेश में बैठे टोनी नाम के व्यक्ति से हैं जो जर्मनी में है और वहीं से पूरे नेटवर्क को ऑपरेट करता था।
गिरफ्तार युवकों में से एक बी.कौम पास
पुलिस ने जानकारी दी कि पकड़े गए आरोपी अमृतसर और तरनतारन के निवासी हैं। तीनों में से एक आरोपी बी.कॉम पास है। उन्होंने किराए पर मकान लेकर उसमें नशे का कारोबार शुरू किया था। यहीं वह अपनी खेप को छिपाकर रखते थे और अपने नेटवर्क को चलाते थे, ताकि किसी को उन पर शक न हो।
अन्य खुलासे और जांच
- पुलिस ने इस कार्रवाई को बहुत बड़ी सफलता बताया है और आने वाले समय में और गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई है।
- बरामद की गई ₹45 लाख से अधिक नकदी के स्रोत की जांच की जा रही है।
- पुलिस ने कहा कि यह रकम संभवतः हवाला नेटवर्क के जरिए आई हो सकती है।
- साथ ही आरोपियों के बैंक खातों की भी जांच शुरू कर दी गई है।
ड्रोन पर पुलिस की नजर
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने जानकारी दी कि अमृतसर की सीमाएं लंबी हैं और तस्कर इसी का फायदा उठाते हैं। ड्रोन के ज़रिए हेरोइन मंगवाना अब एक आम तकनीक बन चुकी है। लेकिन हमारी पुलिस लगातार निगरानी और सूचना तंत्र के ज़रिए ऐसे गिरोहों को पकड़ने के लिए काम कर रही है। यह सफलता हमारी टीम की सतर्कता और मेहनत का नतीजा है।


