लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक और राज्यसभा सांसद अशोक कुमार मित्तल को मिली जिम्मेदारी, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद के खिलाफ मिशन पर जाएंगे

हम दुनिया को यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ-अशोक कुमार मित्तल 

चंडीगढ़ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अब दुनिया में पाकिस्तान को बेनकाब करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए सरकार दुनिया के अलग अलग देशों में अपना प्रतिनिधिमंडल भेज रही है। सांसदों के सात प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर के देशों में जाकर आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का पक्ष रखेंगे और पाकिस्तान का पर्दाफाश करेंगे।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति को दुनिया भर तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अपनी कमर कस ली है। आतंकवाद से निपटने के भारत के संकल्प को लोगों तक पहुंचाने और पाकिस्तान के नापाक चेहरे को उजागर करने के लिए भारत दुनियाभर में सात प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है। इन प्रतिनिधिमंडलों में 51 राजनीतिक नेता, सांसद और पूर्व मंत्री शामिल किए गए हैं।

इनमें पंजाब से आप राज्यसभा सांसद अशोक कुमार मित्तल का नाम भी है। अशोक मित्तल जालंधर स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक और कुलाधिपति भी हैं। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं केंद्र सरकार का धन्यवाद करता हूं कि मुझे इस मिशन का हिस्सा बनाया गया। सात प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर में जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य है एक मिशन, एक संदेश और एक राष्ट्र। हम दुनिया को यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ है और इस लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा। यह प्रतिनिधिमंडल भारत के प्रमुख साझेदार देशों की यात्रा करेगा, जहां यह बताया जाएगा कि भारत वैश्विक शांति, सुरक्षा और आतंकवाद के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है।

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग उन चार सांसदों में शामिल हैं, जिन्हें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर भारत का रुख स्पष्ट करने के लिए विदेश भेजा जाएगा। केंद्र सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए कूटनीतिक अभियान तेज कर दिया है। इसके लिए विभिन्न दलों के सांसदों को देश की स्थिति स्पष्ट करने के लिए विभिन्न देशों में भेजने का फैसला किया है।

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