डल्लेवाल को जबरन उठाने का अंदेशा, किसानों ने बढ़ाया पहरा

किसानों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पंजाब सरकार की ओर से डल्लेवाल को बाॅर्डर से जबरन उठाने का अंदेशा जताते पहरा बढ़ा दिया है। इस मौके एडीजीपी ने कहा कि बातचीत के जरिये ही मसले हल होते हैं, इसलिए बैठकों का दौर जारी है।

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन सोमवार को 35वें दिन में दाखिल हो गया। इसी बीच खनौरी सीमा पर हलचल लगातार तेज हो गई। वहां पुलिस फोर्स बढ़ा दी गई है। एक तरफ जहां पूर्व एडीजीपी जसकरन सिंह ने डल्लेवाल के साथ बैठक करके उनसे सरकारी चिकित्सा सेवाएं लेने की अपील की।

वहीं, किसानों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पंजाब सरकार की ओर से डल्लेवाल को बाॅर्डर से जबरन उठाने का अंदेशा जताते पहरा बढ़ा दिया है। इस मौके एडीजीपी ने कहा कि बातचीत के जरिये ही मसले हल होते हैं, इसलिए बैठकों का दौर जारी है। बताया जा रहा है कि इस दौरान डल्लेवाल से अस्पताल में दाखिल होकर इलाज कराने की अपील की गई, जिसे किसान नेता ने ठुकरा दिया है। रविवार को भी पूर्व एडीजीपी व अन्य उच्च पुलिस अधिकारियों ने किसानों के साथ बैठक की थी, लेकिन यह बैठक भी बेनतीजा रही थी।
पुलिस की वाटर कैनन, एंबुलेंस व क्रेन तैयार ः पातड़ां में डीएसपी दफ्तर के नजदीक अनाज मंडी में कई वाटर कैनन व एक क्रेन खड़ी कर दी गई है। काफी गिनती में एंबुलेंस भी खड़ी कर दी गई हैं। कई जिलों की पुलिस भी बुलाई गई है। हालांकि पूर्व एडीजीपी ने इस बारे में कहा कि यह सिर्फ चर्चा है, ऐसी कोई बात नहीं है।

बीपी और शुगर का स्तर लगातार ऊपर-नीचे हो रहा

पूर्व एडीजीपी के साथ डाॅक्टरों की टीम भी थी, जिन्होंने डल्लेवाल की चेकअप करने के बाद विभिन्न जरूरी टेस्ट करने के लिए उनके ब्लड सैंपल लिए। उधर, डल्लेवाल की हालत लगातार नाजुक बनी हुई है। डाॅक्टरों के मुताबिक अनशन पर रहने से शरीर में काफी कमजोरी आ गई है। बीपी और शुगर का स्तर लगातार ऊपर-नीचे हो रहा है, जो शरीर के घातक साबित हो सकता है।

देर रात किसान पहुंचे खनौरी सीमा

पंजाब बंद के आह्वान पर धर्मनगरी कुरुक्षेत्र से कई किसान जत्थे खनौरी सीमा पर जारी आंदोलन में शामिल हुए। रविवार रात को ही जत्था सीमा पर पहुंच गया, मगर सुबह रवाना हुए जत्थे को सीमा तक नहीं जाने दिया गया। उधर भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बताया कि उनके गुट ने विभिन्न मांगों के लिए सीएम नायब सैनी से मुलाकात की थी।
उन्होंने सीएम को 13 मांगों का मांग पत्र सौंपा है, क्योंकि केंद्र सरकार तीन कृषि कानून के तहत नया मंडी एक्ट प्रदेश में लागू करना चाहती है। इस नए एक्ट से मंडी प्रणाली खत्म हो जाएगी। किसानों, आढ़तियों के साथ-साथ मंडी में काम करने वाले मुनीम और मजदूर वर्ग बेरोजगार हो जाएंगे। वहीं, पंजाब बंद के आह्वान पर धर्मनगरी से किसान जत्थों के पंजाब जाने को लेकर प्रशासन अलर्ट रहा। जिले से सटी पंजाब की सीमाओं पर आरएएफ के साथ पुलिस बल तैनात रहा।

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