किसानों के आगे झुका पुलिस प्रशासन : डल्लेवाल होंगे रिहा

पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल जल्द ही डीएमसी लुधियाना से रिहा होंगे। पुलिस ने डल्लेवाल को रिहा करने के लिए हामी भर दी है। पुलिस प्रशासन की किसानों के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है।

पटियाला/न्यूज डेस्क

किसानों और पुलिस प्रशासन के बीच शुक्रवार शाम खनौरी बॉर्डर पर बैठक हुई। करीब डेढ़ घंटे चली इस बैठक में किसानों के आगे झुकते हुए पुलिस प्रशासन ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को डीएमसी अस्पताल से छोड़ने की हामी भर दी।

भारतीय किसान यूनियन एकता (सिद्धूपुर) के प्रदेश महासचिव काका सिंह कोटड़ा ने बताया कि बैठक में पटियाला रेंज के डीआईजी अमनदीप सिंह सिद्धू के अलावा पटियाला के एसएसपी डॉ. नानक सिंह मौजूद रहे। पुलिस प्रशासन ने बिना किसी शर्त के किसानों की मांग को मान लिया और जल्द ही डल्लेवाल को रिहा किया जा रहा है।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर उन्हें लेने के लिए लुधियाना रवाना हुए हैं। रात करीब आठ बजे पंधेर डीएमसी पहुंचे और डल्लेवाल के साथ मुलाकात की। कोटड़ा ने कहा कि रिहाई के बाद डल्लेवाल को सीधा खनौरी बॉर्डर पर लाया जाएगा। जहां वह अपने आमरण अनशन को जारी रखेंगे।

डल्लेवाल लेंगे अगला फैसला

कोटड़ा ने दावा किया कि डल्लेवाल ने अस्पताल में भी कुछ खाया नहीं है। वहीं डल्लेवाल की जगह बैठे किसान नेता सुखजीत सिंह हरदोझंडा का अनशन खत्म कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने रविवार को संगरूर में सीएम भगवंत मान की रिहायश के घेराव के बारे में कहा कि डल्लेवाल की रिहाई के बाद यह कार्यक्रम रद किया जाएगा या होगा। इसका फैसला डल्लेवाल के साथ बात करके लिया जाएगा। कोटड़ा ने साफ किया कि शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच के प्रोग्राम पर किसान डटे हैं। जत्थों की शक्ल में किसान आगे बढ़ेंगे। फिर चाहे किसानों को रोकने के लिए सरकारें गोलियां चलाएं या आंसू गैस के गोले दागे।

डल्लेवाल की सेहत को लेकर पुलिस प्रशासन चिंतित

गौरतलब है कि 26 नवंबर को खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन शुरू करने से पहले ही डल्लेवाल को रात को सोते समय पुलिस उठा कर डीएमसी अस्पताल लुधियाना ले गई थी। किसानों के भड़कने के बाद डीआईजी पटियाला रेंज मनदीप सिंह सिद्धू ने सामने आकर कहा था कि डल्लेवाल की सेहत व उनकी उम्र को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन चिंतित था, इसलिए उनकी मेडिकल जांच के लिए डल्लेवाल को डीएमसी लाया गया है। इसके बाद किसान जत्थेबंदियां काफी भड़क गई थी और लगातार इसका विरोध करके मुख्यमंत्री भगवंत मान को घेरा जा रहा था। इसी के तहत किसानों ने रविवार को मान की संगरूर रिहायश के घेराव का एलान करने के साथ डीएमसी अस्पताल को घेरने तक की चेतावनी दे दी थी। उधर शुक्रवार को बॉर्डरों पर किसानों के आने का सिलसिला जारी रहा। इसमें काफी गिनती नौजवान व महिलाएं शामिल हैं।

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