अमृतसर/संवाद न्यूज एजेंसी
श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से शिअद प्रमुख व पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को सुनाई गई धार्मिक सजा वीरवार को मुक्तसर के गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब में सेवा के साथ पूरी हो गई। अकाल तख्त साहिब द्वारा सुखबीर सिंह बादल समेत अन्य अकाली नेताओं को तनखइया के रूप में सुनाई गई धार्मिक सजा के तहत सुखबीर बादल ने दो दिन मुक्तसर के गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब में सेवा की।
सजा के आखिरी पड़ाव में वीरवार को दूसरे दिन भी सुखबीर सुबह नौ बजे गुरुद्वारा साहिब में पहुंचे। उन्होंने सेवा गुरुद्वारा साहिब के मुख्य प्रवेश द्वार से द्वारपाल के रूप में शुरू की। हाथों में बरछा पकड़कर एक घंटा द्वारपाल बन पहरा दिया। इसके बाद 10 से 11 बजे तक उन्होंने कीर्तन सुना और फिर 11 से 12 बजे तक लंगर हॉल में जूठे बर्तन साफ करने की सेवा निभाई गई।
सुखबीर बादल की सुरक्षा के मद्देनजर दूसरे दिन भी गुरुद्वारा साहिब में बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया। बता दें कि धार्मिक सजा पूरी होने के साथ ही अब सुखबीर सिंह बादल 13 दिसंबर (शुक्रवार) को अमृतसर स्थित श्री हरिमंदर साहिब जाकर अरदास करेंगे।
आतंकी चौड़ा का तीन दिन का रिमांड बढ़ा
उधर, सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाने वाले आतंकी नारायण सिंह चौड़ा को रिमांड खत्म होने के बाद बुधवार को अदालत में पेश किया गया। पेशी के बाद पुलिस की ओर से अदालत में विभिन्न पहलु पेश किए और इसी के आधार पांच दिन का रिमांड बढ़ाए जाने की मांग की। मगर अदालत की ओर से तीन दिन का रिमांड दिया गया अब आरोपी को शुक्रवार को फिर से पेश किया जाना है।
यूपी में हथियार छुपाने की बात कबूली
वहीं इससे पहले रिमांड के दौरान आरोपी ने पूछताछ में कई तरह के खुलासे किए हैं। वह यह भी पता चला है कि चौड़ा की मोबाइल लोकेशंस कई बार पाकिस्तान सीमा के पास मिली। इतना ही नहीं पूछताछ में आरोपी चौड़ा ने यूपी के लखीमपुर जिले के जंगलों में हथियार छुपाए होने की भी बात कबूल है। इसी के तहत पुलिस की एक टीम लखीमपुर भी पहुंची हुई है और वहां पर छानबीन कर रही है। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों ने आशंका जताई है कि आतंकी हथियारों की खेप मंगवाने के लिए कई बार पाकिस्तान सीमा के पास जा चुका है।