बठिंडा/दिल्ली, 18 फरवरी: जीएमबी बालयोगी ऑडिटोरियम, संसद भवन परिसर, नईदिल्ली, में 16 फरवरी, 2024 को संसदीय कार्य मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित 16वीं राष्ट्रीय युवा संसद प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) के छात्रों को राष्ट्रीय विजेता ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ ही 15वीं एनवाईपी के विजेता रहे पंजाब केंद्रीय विश्ववद्यालय ने 16वीं एनवाईपी के इस प्रतिष्ठित आयोजन में अपने खिताब को सफलतापूर्वक बरकरार रखा।
माननीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री एवं संस्कृति मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने समारोह की अध्यक्षता की और पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा के छात्रों की विजेता टीम को ‘द रनिंग शील्ड‘ और ट्रॉफी से सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त, पांच अन्य विश्वविद्यालयों/कॉलेजों को प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए। इस अवसर पर, प्रतियोगिता में चैंपियन रहे पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा के छात्रों ने “युवा संसद” बैठक का प्रदर्शन प्रस्तुत किया।
इस समारोह में भाग लेने वाले अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में डॉ. अनिल बोंडे, संसद सदस्य (राज्य सभा); प्रोफेसर राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी, कुलपति, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय; श्री ब्रतिन गुप्ता, पूर्व संसद सदस्य (राज्य सभा); श्री उमंग नरूला, सचिव, संसदीय कार्य मंत्रालय; और डॉ. सत्य प्रकाश, अपर सचिव, संसदीय कार्य मंत्रालय, ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
सीयूपीबी छात्रों को विजेता ट्रॉफी प्रदान करते हुए श्री अर्जुन राम मेघवाल ने युवा संसद प्रतियोगिता में छात्रों के प्रयासों की सराहना की। माननीय मंत्री ने युवा संसद बैठक कीप्रस्तुति के दौरान सीयू पंजाब के छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की और विशेष रूप सेअध्यक्ष, प्रधान मंत्री, गृह मंत्री, शिक्षा मंत्री, कानून मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और विपक्ष के नेताकी भूमिकाओं में छात्रों के अभिनय की तारीफ की। केन्द्रिय मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने आह्वान किया कि युवा पीढ़ी को लोकतांत्रिक मूल्यों और लोकतंत्र की नैतिकता को सीखना और अपनाना चाहिए।
वहीं, पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने राष्ट्रीय युवा संसद के माध्यम से युवाओं को संसदीय प्रथाओं, वाद-विवाद तकनीकों और नेतृत्व विकास से परिचित होने का अवसर प्रदान करने के लिए संसदीय कार्य मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. तिवारी ने 16वीं राष्ट्रीय युवा संसदप्रतियोगिता में राष्ट्रीय चैंपियन बनने हेतु छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करने और उनमें कौशलविकसित करने हेतु स्वर्गीय प्रोफेसर तरूण अरोड़ा के योगदान को याद किया। प्रोफेसर तिवारी ने इस बात को रेखांकित किया कि एनवाईपी जैसी पहल निश्चित रूप से हमारे देश के युवाओं को संसदीय प्रक्रियाओं के सुचारू कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य की प्राप्ति में योगदान देने के लिए प्रेरित करेगी।
संसदीय कार्य मंत्रालय पिछले 27 वर्षों से विश्वविद्यालयों/कॉलेजों के लिए युवा संसद प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रहा है। 16वीं युवा संसद प्रतियोगिता देश के 36 विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों के बीच आयोजित की गई, जिसमें पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय चैंपियन बना।


