विनेश फोगाट का ऐतिहासिक सफर: पेरिस ओलंपिक 2024 में फाइनल में जगह बनाकर भारत के लिए गोल्ड की उम्मीद**

विनेश

नई दिल्ली :- पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय रेसलर विनेश फोगाट (50 किग्रा श्रेणी) ने सेमीफाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए क्यूबा की युसनेलिस गुज़मैन को 5-0 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। इस जीत के साथ ही भारत के लिए गोल्ड मेडल की उम्मीदें और भी प्रबल हो गई हैं। विनेश ने मुकाबले की शुरुआत से ही दबदबा बनाए रखा और कुशलता से खेलते हुए फाइनल में जगह बनाई। अब सभी की निगाहें इस पर हैं कि फाइनल मुकाबले में विनेश किससे टक्कर लेंगी, जिसका निर्णय जल्द ही हो जाएगा।

विनेश ने अपने कौशल का परिचय दिया

सेमीफाइनल मुकाबले के पहले डेढ़ मिनट तक दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे के खिलाफ पूरी ताकत झोंकी, लेकिन कोई भी प्वाइंट हासिल नहीं कर सका। इसके बाद विनेश ने अपने कौशल का परिचय देते हुए पहला प्वाइंट दर्ज किया और पहले राउंड में 1-0 की बढ़त बनाई। दूसरे राउंड में भी विनेश ने अपना दमखम दिखाते हुए लगातार 2 और अंक अर्जित किए, जिससे उन्होंने मुकाबले में 3-0 की महत्वपूर्ण बढ़त बना ली। आखिरी 37 सेकेंड में विनेश 5-0 से आगे थीं और क्यूबा की खिलाड़ी युसनेलिस गुज़मैन को कोई मौका नहीं दिया। इस प्रकार, विनेश ने यह सेमीफाइनल मुकाबला जीतकर भारत के लिए फाइनल का रास्ता साफ किया।

विनेश ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाते हुए

इससे पहले क्वार्टरफाइनल में, विनेश फोगाट ने यूक्रेन की ओकसाना लिवाच को 7-5 के करीबी मुकाबले में हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की थी। इस मुकाबले में विनेश ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाते हुए अपनी प्रतिद्वंद्वी पर दबाव बनाए रखा। विनेश की यह जीत न केवल तकनीकी कौशल का प्रदर्शन थी, बल्कि उनकी मानसिक दृढ़ता का भी प्रतीक थी। वे पहले ही कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच चुकी हैं, और अब ओलंपिक फाइनल में पहुंचकर एक और कीर्तिमान स्थापित करने की कगार पर हैं।

विनेश फोगाट का यह सफर आसान नहीं रहा है। राउंड ऑफ 16 में उन्होंने एक बड़ा उलटफेर करते हुए डिफेंडिंग चैंपियन, जापान की युवी सुसाकी को 3-2 से हराया था। यह जीत न केवल उनकी कुश्ती प्रतिभा का प्रमाण थी, बल्कि उनकी अडिग संकल्प शक्ति का भी नजारा था। इस जीत के बाद ही विनेश ने क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था। विनेश फोगाट की यह यात्रा अब तक के सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण मुकाबलों से भरी रही है, और उनके प्रदर्शन ने पूरे देश का गौरव बढ़ाया है।

विनेश फोगाट के करियर का एक और महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब वे 2019 में लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय एथलीट बनीं। यह उनके निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन का ही परिणाम था, जिसने उन्हें वैश्विक स्तर पर एक पहचान दिलाई। अब फाइनल मुकाबले में उनकी सफलता न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। अगर विनेश इस फाइनल मुकाबले को जीत लेती हैं, तो यह भारत के लिए एक स्वर्णिम इतिहास का निर्माण होगा।

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