वैश्विक हितों की रक्षा के लिए भारत का सैन्य शक्ति निर्माण: राजनाथ सिंह का ‘विकसित भारत’ विजन

अखंड केसरी ब्यूरो:-भारत अब अमेरिका, रूस और चीन की तरह वैश्विक स्तर पर अपने हितों की रक्षा के लिए एक मजबूत और सक्षम सैन्य बल तैयार रखने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में भारतीय सेना के तीनों अंगों – थलसेना, नौसेना और वायुसेना के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करते हुए कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में शांति बनाए रखने के लिए सेना का युद्ध के लिए तैयार रहना आवश्यक है। उन्होंने ‘विकसित भारत’ के विजन की बात करते हुए कहा कि भारत को अब अपनी सीमाओं से परे जाकर अपने हितों की रक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभानी होगी।

राजनाथ सिंह ने सेना के संयुक्त थिएटर कमांड की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेनाओं के बीच तालमेल और समन्वय बेहद जरूरी है। साथ ही, उन्होंने अंतरिक्ष और साइबर युद्ध के क्षेत्र में भी क्षमता निर्माण की जरूरत को रेखांकित किया, जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा की भूमिका भविष्य के संघर्षों में निर्णायक साबित होगी।

सेना प्रमुख जनरल अनिल चौहान द्वारा चीन, पाकिस्तान और हिंद महासागर क्षेत्र के लिए अलग-अलग थिएटर कमांड की योजना को रक्षा मंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जा चुका है। यह थिएटर कमांड मॉडल भारत की सैन्य शक्ति को और प्रभावी बनाएगा, जिसमें सभी सैन्य अंग एक संयुक्त कमांडर के अधीन रहकर किसी भी संकट या संघर्ष से निपटने के लिए तैयार रहेंगे।

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