अधिकारियों ने बताया कि DNA सैंपल फोरेंसिक साइंस लैब, मोहाली भेजे जाएंगे। बच्चों को फिलहाल अस्थायी आश्रय में रखा गया है। यदि जांच में यह साबित होता है कि बच्चों और उनके साथ आए कथित संरक्षकों के बीच कोई जैविक संबंध नहीं है, तो बाल कल्याण समिति संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करेगी।यह कदम बाल तस्करी और शोषण पर रोक लगाने के लिए उठाया गया है और प्रशासन इसे लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है।
सरंक्षण कल्याण से संबंधित अन्य रिकार्ड भी चेक किए जाएंगे
अधिकारी ने बताया कि कुछ बच्चों के साथ आए लोगों ने दावा किया था कि बच्चे उनके हैं। इन बच्चों की तस्वीरें, पोर्टल आईडी, लाभ विवरण, सामाजिक जांच रिपोर्ट, चिकित्सा जांच रिपोर्ट और साथ में आए व्यस्क का विवरण और तस्वीरें, डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया विवरण, दावा किए गए माता-पिता द्वारा प्रदान किए दस्तावेजों और बच्चे की सुरक्षा, संरक्षण, संरक्षण व कल्याण से संबंधित अन्य रिकार्ड भी चेक किए जाएंगे।


