चंडीगढ़। पंजाब में कैबिनेट की अहम मीटिंग शुरू हो गई है। मीटिंग सीएम रिहायश पर हो रही है, जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए हैं। इस बैठक में बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए बड़ा ऐलान होने की संभावना है।

कैबिनेट मीटिंग में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पंजाब CM शामिल हुए।
साथ ही माइनिंग पॉलिसी में बदलाव लगभग तय माना जा रहा है। नई पॉलिसी के तहत “मेरी खेत, मेरी रेत” नीति लागू की जा सकती है, जिसके तहत किसानों को अपने खेतों से रेत निकालने की अनुमति होगी और उसका मालिकाना हक भी उन्हीं के पास रहेगा। मीटिंग के बाद वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
खेतों में रेत आने से किसान परेशान
जानकारी के मुताबिक 1988 के बाद पहली बार पंजाब में इतनी बड़ी बाढ़ आई है। राज्य के 23 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। लोगों के खेत पानी में डूबे हैं। उनमें मिट्टी और रेत आ गई है। हालात यह हैं कि किसान अगली फसल के लिए कैसे तैयारी करें। यह मांग किसान भी उठा रहे थे। ऐसे में सरकार की तरफ से ऐलान किया गया कि हम माइनिंग पॉलिसी में बदलाव करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि सरकार द्वारा आज मीटिंग में ऐलान होगा।
बाढ़ से 3.87 लाख लोग प्रभावित
राज्य के 23 जिलों में 1996 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं, 3,87,013 लोग प्रभावित हैं। वहीं, 46 लोगों की जान गई है। तीन लोग अभी गायब हैं। हालांकि पंजाब सरकार ने पहले कैबिनेट बुलाई थी, लेकिन अचानक सीएम भगवंत मान की तबीयत बिगड़ गई थी।
इसके बाद सीएम का दौरा कैंसिल कर दिया गया था। साथ ही मीटिंग स्थगित की गई थी। इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहीं, अब उनकी सेहत में सुधार हो रहा है।


