पंजाब के लुधियाना में सतलुज पर बना बांध अभी भी खतरा बना हुआ है, हालांकि इसी बीच फाजिल्का में गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए प्रशासन ने एक अस्थायी बांध तैयार कर लिया है। इसके जरिए अब सतलुज का ज्यादा पानी पाकिस्तान की ओर मोड़ा जा रहा है, जिससे प्रभावित गांवों में राहत की उम्मीद जगी है। इसी बीच मौसम विभाग ने पंजाब के 7 जिलों- तरन तारन, जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर, अमृतसर, गुरदासपुर और पठानकोट में दोपहर 12 बजे तक मध्यम बारिश का फ्लैश अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।

लुधियाना के ससराली गांव में सतलुज पर बना बांध टूटने के खतरे में है। शुक्रवार आधी रात को कमजोर हुए इस बांध को बचाने के लिए आर्मी और NDRF की मदद से रिंग बांध बनाया गया था। लेकिन शनिवार को उस पर भी कटाव बढ़ गया, जिसके बाद अब तीसरा बांध बनाया जा रहा है। इधर, बाढ़ से तबाह हुए किसानों के लिए बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने सरकार से कर्ज माफ करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कई किसानों ने कर्ज लेकर खेती की थी, ऐसे में तुरंत कर्ज माफी ही उन्हें दोबारा खड़ा होने में मदद कर सकती है।

190 गांव प्रभावित, 5 लोगों की मौत, 134 घर तबाह अमृतसर के ADC रोहित गुप्ता ने बताया कि अब तक की रिपोर्टों के अनुसार जिले में 190 गांव बाढ़ की चपेट में आए हैं। इनमें रहने वाली करीब 1.35 लाख आबादी प्रभावित हुई है। इस दौरान 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2 लोग घायल हैं और उनका इलाज जारी है। बाढ़ से 134 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 18 पशुओं की मौत हुई है।
पंजाब में बाढ़ की मौजूदा स्थिति…
- 23 जिलों में बाढ़ का असर: 23 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें अमृतसर, बरनाला, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, फाजिल्का, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, मलेरकोटला, मानसा, मोगा, पठानकोट, पटियाला, रूपनगर, संगरूर, एसएएस नगर, श्री मुक्तसर साहिब, एसबीएस नगर और तरनतारन शामिल हैं।
- 1996 गांव डूबे: राज्य के 1996 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। अमृतसर के 195, गुरदासपुर के 329, बरनाला के 121, बठिंडा के 21, फिरोजपुर के 108, होशियारपुर के 173, कपूरथला के 145, पठानकोट के 88, मोगा के 52, जालंधर के 93, फाजिल्का के 80, फरीदकोट के 15, लुधियाना के 77, मुक्तसर के 23, एसबीएस नगर के 28, एसएएस नगर के 15, संगरूर के 107 और मानसा के 95 गांव ज्यादा प्रभावित हैं। इसके अलावा मलेरकोटला के 12, पटियाला में 105, रूपनगर में 44 और तरनतारन में 70 गांव पानी में घिरे हुए हैं।
- 3.84 लाख से ज्यादा आबादी प्रभावित: कुल 3,87,013 से अधिक लोग अब तक प्रभावित हो चुके हैं। सबसे ज्यादा असर अमृतसर (1,36,105), गुरदासपुर (1,45,000) और फाजिल्का (24,930) में देखने को मिला है। इसके अलावा फिरोजपुर, कपूरथला, मोगा, संगरूर और मोहाली में भी हजारों लोग संकट में हैं।
- 46 लोगों की अब तक मौत हुई: अब तक 12 जिलों में 46 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें अमृतसर (7), बरनाला (5), बठिंडा (4), होशियारपुर (7), लुधियाना (4), मानसा (3), पठानकोट (6), गुरदासपुर (2), एसएएस नगर (2), फिरोजपुर (1), फाजिल्का (1), रूपनगर (1), पटियाला (1) और संगरूर (1) शामिल हैं। पठानकोट जिले से 3 लोग लापता हैं। वहीं, पशुधन हानि का सटीक आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है, लेकिन बड़ी संख्या में पशु बाढ़ की चपेट में आए हैं।
- 22,854 लोगों को सुरक्षित निकाला: कुल 21,854 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला गया है। इनमें फिरोजपुर में 3888, अमृतसर से 3260, बरनाला से 627, होशियारपुर से 1616, कपूरथला से 1428, जालंधर से 511, मोगा से 155, रूपनगर से 248, पठानकोट से 1139 और तरनतारन से 21 लोग शामिल हैं।
- 219 राहत शिविर सक्रिय: राज्यभर में 219 राहत शिविर सक्रिय हैं, जिनमें अमृतसर, बरनाला, बठिंडा, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, मोगा, मोहाली, पठानकोट, पटियाला, रूपनगर, संगरूर और एसएएस नगर शामिल हैं। इन शिविरों में 7377 लोग रह रहे हैं।
- बाढ़ से अब तक 1,74,454 हेक्टेयर फसल प्रभावित: पंजाब में बाढ़ से अब तक 1,74,454 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। सबसे ज्यादा नुकसान गुरदासपुर (40,169) में हुआ।


