लंधर। पंजाब के जालंधर में मंगलवार को हो रही बारिश के कारण पूरे शहर में जलभराव के हालात हैं। इस वक्त पंजाब के 12 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। साथ ही बाढ़ संभावित क्षेत्रों में जालंधर और लुधियाना शामिल किया गया है जालंधर में सतलुज दरिया से सटे इलाकों में बाढ़ का पानी आने का खतरा बना हुआ है। जालंधर में बाढ़ को लेकर डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल कहा है कि रोपड़ के फ्लड गेट खोल के एक 1.14 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है। इससे फिल्लौर, शाहकोट और आसपास के इलाके में प्रभाव पड़ सकता है। आज हुई बारिश के कारण जालंधर कोर्ट में पानी भर गया, जिसके चलते आज सारा कामकाज ठप पड़ा हुआ है।

शहर का पॉश एरिया मेनब्रो चौक में कोठियों के बाहर भरा पानी।
शहर की टूटी सड़कों से सबसे ज्यादा प्रभावित जालंधर
बता दें कि शहर में बारिश के अलर्ट के चलते पूरा शहर जलभराव की चपेट में हैं। मगर जलभराव के साथ साथ शहर का इस वक्त सबसे बड़ी मार लोगों को टूटी हुई सड़कों की झेलनी पड़ रही है। नकोदर चौक से लेकर वर्कशॉप चौक तक सारी सड़क टूटी हुई है और उक्त सड़क पर जलभराव है। यह शहर की सबसे प्रमुख सड़क है, जिसके चलते मजबूरन लोगों को उक्त सड़क का इस्तेमाल करना पड़ता है।

फिल्लौर, शाहकोट और लोहिया में बाढ़ का अलर्ट
जिससे जालंधर के फिल्लौर से लेकर शाहकोट और लोहिया तक बाढ़ के हालात भी बन सकते हैं। जिसको लेकर डिप्टी कमिश्नर द्वारा जालंधर जिले के लोगों को दरिया के किनारे से हटाने के लिए आदेश और अपील जारी कर दी गई है। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि अगर तो पानी सही से आगे चल जाता है तो स्थिति ठीक रह सकती है अगर पानी दरिया से बाहर आता है तो हालत बिगड़ने के असर हो सकते हैं। वहीं, सतलुज का जलस्तर बढ़ने से फिल्लौर के शनि मंदिर में भी करीब 2 फिट तक पानी भर चुका है।
देखें बारिश के बाद जालंधर शहर के हालातों की तस्वीरें…
किशनपुरा में लोगों के घरों में भरा पानी















