पाठनमाजरा ने अपने साथियों और मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील की कि वे दिल्ली टीम के दबाव का विरोध करें। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी ने गलत काम किया, तो वे उसका जवाब जरूर देंगे।
टांगरी नदी का दौरा किया
रविवार को विधायक हरमीत सिंह पाठनमाजरा ने टांगरी नदी का दौरा किया। नदी का पानी उनके इलाके घनौर में करीब 1 किलोमीटर अंदर तक आ चुका था। उन्होंने मीडिया से कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और जल संसाधन विभाग के मुख्य सचिव कृष्ण कुमार ने उनके क्षेत्र की अनदेखी की है। पाठनमाजरा का कहना है कि मुख्यमंत्री खुद किसान रह चुके हैं, इसलिए किसानों की परेशानी समझनी चाहिए। अगर सरकार सिर्फ अफसरों की सुनेगी और विधायकों की आवाज दबाएगी, तो पूरा पंजाब डूब जाएगा।
लोगों ने हमें वोट दिया, अफसरों को नहीं
पाठनमाजरा ने कहा कि लोगों ने उन्हें दो बार (2017 और 2022) में विधायक बनाकर भेजा है, लेकिन सरकार ने अभी तक कोई ठोस काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार अच्छा काम करेगी तो वे उसकी तारीफ करेंगे, लेकिन बिना काम के झूठी तारीफ नहीं करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि जनता ने हमें चुना है, अफसर कृष्ण कुमार को नहीं। अगर हम जनता की आवाज नहीं उठाएंगे, तो लोग हमें ही जूते मारेंगे।
बूढ़े मजदूर इतने बड़े प्रोजेक्ट को कैसे करेंगे?
विधायक हरमीत सिंह पाठनमाजरा ने मुख्यमंत्री और अफसरों पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि टांगरी नदी की सफाई (सिल्ट निकालने) के लिए उन्होंने 19 करोड़ रुपये मंजूर कराए थे, लेकिन अफसर कृष्ण कुमार ने फाइल रोक दी और कहा कि यह काम मनरेगा से कराओ। पाठनमाजरा ने सवाल उठाया कि बूढ़े मजदूर इतने बड़े प्रोजेक्ट को कैसे करेंगे?
उन्होंने साफ कहा कि अगर पार्टी चाहे तो उन्हें बाहर निकाल दे, लेकिन वे जनता का साथ नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान उनके रिश्तेदार हैं, इसलिए लोग उनसे और भी ज्यादा उम्मीद रखते हैं। लोग पूछते हैं कि सीएम से रिश्ता होने के बावजूद उन्होंने क्षेत्र के लिए क्या किया। पाठनमाजरा ने कहा- जैसे मैं अपने क्षेत्र का कप्तान हूं, वैसे ही सीएम पूरे पंजाब के कप्तान हैं और उन्हें भी जिम्मेदारी निभानी होगी।


