अखंड केसरी ब्यूरो :-जालंधर के पिंड शेखे में स्थित पुनर्वास केंद्र को पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ छेड़ी गई विशेष मुहिम ‘नशे के खिलाफ युद्ध’ के तहत राज्य स्तर पर एक मॉडल नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो भविष्य में प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेगा। इस केंद्र का आज उपायुक्त डॉ. हिमांशु अग्रवाल और पुलिस आयुक्त धनप्रीत कौर द्वारा दौरा किया गया, जहां उन्होंने चल रहे निर्माण और पुनर्वास कार्यों की बारीकी से समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि नशे की गिरफ्त में फंसे युवाओं को न केवल इस दलदल से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है, बल्कि उन्हें एक नई शुरुआत देने के लिए शारीरिक, मानसिक और व्यावसायिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस केंद्र में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की काउंसलिंग, तथा विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण जैसे कंप्यूटर शिक्षा, फुटबॉल निर्माण, खाना पकाने की ट्रेनिंग और क्रिकेट गेंद बनाने का कौशल सिखाया जा रहा है। इसके अलावा एक अत्याधुनिक जिम और ज्ञानवर्धक पुस्तकालय की स्थापना भी की जा रही है, जिससे मरीजों में आत्मविश्वास और आत्मबल का संचार हो सके। यह महत्वाकांक्षी परियोजना 31 मई 2025 तक पूर्ण हो जाएगी। इस अवसर पर उपायुक्त और पुलिस आयुक्त ने लोगों से अपील की कि वे इस अभियान को सफल बनाने में प्रशासन का सहयोग करें और किसी भी नशा तस्कर की जानकारी तुरंत सरकार द्वारा जारी व्हाट्सएप नंबर 9779-100-200 पर भेजें, जिससे उस व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। इसके साथ ही, जो भी व्यक्ति नशे की गिरफ्त से बाहर निकलना चाहता है, वह नशा मुक्ति केंद्र की हेल्पलाइन 0181-2911960 पर संपर्क कर सकता है। पंजाब सरकार की यह पहल एक सामाजिक क्रांति की ओर कदम है, जो नशामुक्त और सशक्त पंजाब की दिशा में सार्थक बदलाव लाने के उद्देश्य से निरंतर आगे बढ़ रही है।


