#WATCH जम्मू, जम्मू-कश्मीर: पहलगाम आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा के विशेष सत्र में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, "… हम में से कोई इस हमले के साथ नहीं है। इस हमले ने हमें अंदर से खोखला कर दिया है… 26 सालों में मैंने पहली बार लोगों को इस तरह घरों से… pic.twitter.com/EBFdJU4uPA
Omar Abdullah video: ‘पहलगाम आतंकी हमले’ पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार(28 अप्रैल) को बड़ी बात कही। CM अब्दुल्ला ने कहा-पर्यटकों की सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी थी। मैं मृतकों के परिजनों से कैसे माफी मांगू। शब्द नहीं है। आतंकवाद को खत्म करने के लिए लोगों का साथ जरूरी 26 साल में पहली बार लोगों को बाहर आते देखामैं किस मुंह से राज्य का दर्जा मांग सकता हूं?
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 28, 2025
जम्मू-कश्मीर में सोमवार (28 अप्रैल) को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया। विधायकों ने सदन में मौन धारण कर पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सदन में भावुक संबोधन दिया। अब्दुल्ला ने कहा-कोई कश्मीरी इस हमले के साथ नहीं है। हमले ने हमें खोखला कर दिया। सैलानियों को हमने बुलाया था। मेरी जिम्मेदारी थी कि इन्हें (पर्यटकों) को सुरक्षित भेजूं, लेकिन नहीं भेज पाया। मैं मृतकों के परिजनों से क्या कहकर माफी मांगू। मेरे पास कोई शब्द नहीं है।
आतंकवाद को खत्म करने के लिए लोगों का साथ जरूरी
सीएम अब्दुल्ला ने कहा-कठुआ से लेकर कुपवाड़ा तक शायद ही ऐसा कोई शहर या गांव होगा, जहां लोगों ने घरों से बाहर आकर इस हमले की निंदा नहीं की। हम बंदूक के जरिए आतंकवाद को कंट्रोल कर सकते, लेकिन उसे खत्म नहीं कर सकते हैं। खत्म तब होगा, जब लोग हमारे साथ होंगे।
अब लोग वहां तक पहुंच रहे हैं।
26 साल में पहली बार लोगों को बाहर आते देखा
उमर अब्दुल्ला ने कहा-कोई भी इस हमले का समर्थन नहीं करता है। पिछले 26 सालों में मैंने कभी लोगों को इस तरह के हमले के खिलाफ प्रदर्शन करते नहीं देखा। अब्दुल्ला ने कहा-बैसरन का हमला 21 साल के बाद इतना बड़ा हमला है। यह हमला सिविलियंस पर सबसे बड़ा हमला है। अब्दुल्ला ने कहा-स्पीकर साहब आपके आसपास वो लोग बैठे हैं, जिन्होंने खुद अपने रिश्तेदारों को कुर्बान होते देखा है। हम में से कितने ही हैं, जिन पर हमले हुए हैं। हम चाहते हैं कि इस सदन की तरफ से हमले की निंदा की जाए।
मैं किस मुंह से राज्य का दर्जा मांग सकता हूं?
अब्दुल्ला ने कहा- पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार से मैं किस मुंह से जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा मांग सकता हूं? मेरी क्या इतनी सस्ती सियासत है? हमने पहले भी राज्य के दर्जे की बात की है और भविष्य में भी करेंगे, लेकिन अगर मैं केंद्र सरकार से कहूं कि 26 लोग मर चुके हैं, अब मुझे राज्य का दर्जा दे दो, तो यह मेरे लिए शर्मनाक होगा।


