डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल ने नशे के खिलाफ जागरूकता और पुनर्वास पर दिया जोर, शिक्षा विभाग व पुलिस को संयुक्त अभियान चलाने के निर्देश

जालंधर, 20 सितंबर:- जिला प्रशासन की ओर से नशे के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ते हुए डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने शुक्रवार को जिला प्रशासकीय परिसर में नारको कॉर्डिनेशन सेंटर (एनकॉर्ड) की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान उन्होंने नशे के खिलाफ व्यापक जागरूकता फैलाने और नशे की लत से प्रभावित व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए ठोस प्रयासों में तेजी लाने पर विशेष जोर दिया। डॉ. अग्रवाल ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि वह पुलिस विभाग के सहयोग से जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों में जागरूकता गतिविधियों का आयोजन सुनिश्चित करें, ताकि युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में आने से बचाया जा सके।

 

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत नशे के खिलाफ निर्णायक कदम उठा रही है। इस दिशा में नशा पीड़ित व्यक्तियों के इलाज, काउंसलिंग और रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण पर विशेष बल दिया जा रहा है, ताकि वे पुनः नशे की लत की ओर न लौटें। बैठक में गांव शेखे स्थित नशा छुड़ाओ एवं पुनर्वास केंद्र को मॉडल केंद्र के रूप में विकसित करने की प्रगति की भी समीक्षा की गई।

 

डॉ. अग्रवाल ने स्वास्थ्य विभाग को दवाइयों के नशे के तौर पर हो रहे दुरुपयोग पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए और स्पष्ट किया कि इनका उपयोग सिंथेटिक नशों के समान गंभीर माना जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले का कोई भी नागरिक नशे से संबंधित जानकारी व्हाट्सएप नंबर 9779-100-200 पर साझा कर सकता है। साथ ही शेखे पुनर्वास केंद्र, विभिन्न क्लीनिकों और जालंधर व नूरमहल के सिविल अस्पतालों में संचालित नशा छुड़ाओ केंद्रों की सेवाओं का लाभ उठाने की अपील की।

 

उन्होंने जिला वासियों से नशा छुड़ाओ हेल्पलाइन नंबर 0181-2911969 का अधिकतम उपयोग करने का आग्रह किया, ताकि नशे से संबंधित किसी भी समस्या पर तत्काल सहायता और परामर्श प्राप्त किया जा सके। इस मौके पर ए.डी.सी.पी. जयंत पुरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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