चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा के 2 दिन चले स्पेशल सेशन में बाढ़ को लेकर प्रस्ताव पास कर दिया गया। इसमें बाढ़ के वक्त पंजाब के लिए राहत पैकेज मंजूर न करने को लेकर केंद्र की आलोचना की गई। CM को बार-बार मांग के बावजूद PM नरेंद्र मोदी से मीटिंग का टाइम न देने को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय की निंदा की गई।
पंजाब सरकार ने 1600 करोड़ रुपए के पैकेज को खारिज करते हुए 20 हजार करोड़ का पैकेज मांगा। यह भी कहा कि केंद्र के समय पर फंड न देने से राहत और पुनर्वास कार्य प्रभावित हुए।इस प्रस्ताव की कॉपी प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्रालय को तुरंत कार्रवाई के लिए भेजी जाएगी।

वहीं इस दौरान वित्त मंत्री हरपाल चीमा और विपक्षी दल कांग्रेस के नेता प्रताप बाजवा आपस में भिड़ गए। मंत्री चीमा ने बाजवा पर आरोप लगाया कि उन्होंने माइनिंग के लिए गरीब किसान की जमीन खरीदी है। जिसके जवाब में बाजवा ने कहा कि मंत्री एक शराब डिस्टलरी से हर महीने सवा करोड़ और सभी से महीने का 35 से 40 करोड़ रुपए लेते हैं।
वहीं सदन खत्म होने से पहले पहुंचे CM भगवंत मान ने ऐलान किया कि 20 अक्टूबर को दिवाली देखते हुए 15 अक्टूबर से ही बाढ़ प्रभावित लोगों को फसलों, पशुओं और अन्य नुकसान के मुआवजे के चेक देने शुरू कर दिए जाएंगे। CM ने कहा कि इसको लेकर वे कल गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलेंगे।
सीएम भगवंत मान की अहम बातें…
- कांग्रेस और भाजपा पर तंज कसा: सीएम ने कांग्रेस नेता राणा गुरजीत ने कहा था कि कब्र खुदी पड़ी है, चाहे उसमें कृष्ण कुमार (सिंचाई सचिव) को डालो या AAP को। इस पर बिफरते हुए सीएम ने कहा- कांग्रेस ने खुद ही अपनी कब्र खोदी थी, पहले कपूरी में चांदी की कस्सी से और फिर 1984 में टैंक चढ़ाकर। कब्र में तो कांग्रेस को डालना चाहिए और ऊपर RIP कांग्रेस का बोर्ड भी लगाना चाहिए।
- भाजपा वालों की बारात बैठी, दूल्हा नहीं: सीएम ने भाजपा के पैरलल विधानसभा को लेकर कहा कि इस बार नकली विधानसभा लगाई है, 2029 में नकली पार्लियामेंट भी लगाएंगे। सीएम ने कहा कि बाहर “बारात बैठी है, दूल्हा नहीं है। उन्होंने प्रताप बाजवा पर तंज कसा कि उनके पास अभी कोई मुख्यमंत्री चेहरा नहीं है। जिसे बोलने का शौक हो, वह वहां चला जाए, वहां खुला टाइम है।
- रंगला पंजाब फंड पर कहा, कांग्रेस ने गोल्ड मांगा: सीएम ने रंगला पंजाब फंड पर उठे सवालों का जवाब देते हुए 1962 की चीन युद्ध का उदाहरण दिया, जब केंद्र सरकार ने लोगों ने सोने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि तब पंजाब की महिलाओं ने देश के लिए सर्वाधिक सोना दान दिया था।
- केंद्रीय मंत्री को जवाब देना पड़ा: सीएम ने कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों के लिए 50,000 रुपए प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की थी, जिसे केंद्र ने ठुकरा दिया। एक केंद्रीय मंत्री ने बयान दिया कि 1600 करोड़ रुपए सरकार को न देकर सीधे किसानों को देंगे। इस बारे में जब मैंने बात की तो फिर मंत्री को सफाई देनी पड़ी और कहने लगे कि मेरा बयान तोड़-मरोड़कर पेश किया है।
विधानसभा में मंत्री और बाजवा के आमने-सामने
वित्तमंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा- बाजवा साहब हर बात में कभी हाउस कमेटी बनाने तो कभी मंत्री बरिंदर गोयल के इस्तीफे की बात करते हैं। कभी काम नहीं हुआ। बाजवा साहब जो जमीन गांव फुलड़ा गुरदासपुर में आपने पत्नी के नाम खरीदी थी। यह जमीन 15-7-25 को खरीदी थी। जो कि 16.10 मरले थी। उक्त रकबा ब्यास नदी के साथ धुस्सी बांध में पड़ता है। सवा 2 एकड़ जमीन किसान से खरीदने की क्या जरूरत थी। इन्हें पता था कि रेत आने वाला है। रेत की माइनिंग करवाएंगे।
इस पर बाजवा कुछ कहने लगे
मंत्री चीमा ने कहा- मिस्टर बाजवा रुक जाओ एक मिनट। बताओ कि फुलड़ा में आपकी जमीन है या नहीं है। स्टेटमेंट दो, हर समय बीजेपी के स्पोक्समैन बने रहते हो।
इस पर बाजवा ने कहा– हाउस में मर्यादा बनाकर रखे।
स्पीकर ने कहा- बाजवा जी, आपको बोलने का मौका दिया जाएगा।
मंत्री चीमा ने फिर कहा- दूसरा गांव पसवाल है। जहां पर उन्होंने 10 एकड़ जमीन खरीदी है। यह भी ब्यास नदी के पास धुस्सी बांध के अंदर है। ये डिपार्टमेंट को दोषी इसलिए बनाते हैं क्योंकि 2017 और 2019 में इनकी जमीन को बचाने के लिए एक करोड 18 लाख के पत्थर के स्टड लगाए गए । यह चाहते है कि बाजवा को प्रोटेक्ट किया किया जाए, किसानों को प्रोटेक्ट न किया जाए। यह आपका चेहरा आपका है। आपने दस एकड़ जमीन रिटर्न में 25 लाख का दिखाया है। उस पर सरकार के 1 करोड़ 18 लाख खर्च करवाए है।
इस पर बाजवा ने कहा- मैने जमीन ली है। आपकी सरकार ने स्टांप डयूटी ली है। मालिकों से ली है, किसी चोर से नहीं ली है। पत्थर क्या इनकी सरकार ने लगाया। मैं इनसे पूछना चाहता हूं 12 हजार करोड़ रुपए एक्साइज का चूस गए हो, कभी उसका भी मेंशन भी किया। एक्साइज मिनिस्टर हर शराब फैक्ट्री से सवा करोड़ रुपए लेता है। हर महीने 35 से 40 करोड़ डिस्टलरियों से इकट्ठा करता है।
इसके बाद दोनों पक्षों में बहस तेज बहस शुरू हो गई।
मंत्री चीमा ने फिर कहा- धुस्सी बांधों के अंदर जमीन क्यों खरीदते हैं, क्योंकि इन्होंने माइनिंग करनी है।
हंगामा बढ़ता देख स्पीकर कुलतार संधवां ने 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
AAP सरकार के मंत्री हरदीप मुंडियां, जो पंजाब दौरे के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले थे।मुंडियां बोले- भेड़-बकरियों और मुर्गी का भी मुआवजा देंगे AAP सरकार के मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने PM मोदी से मुलाकात के बारे में कहा कि जब उन्होंने 1600 करोड़ का ऐलान किया तो मैंने खड़े होकर बोला कि ये कम है। इस पर मोदी ने अहंकार भरे तरीके से कहा कि ‘हिंदी नहीं आती’। उन्होंने कहा कि हम भेड़-बकरियों और मुर्गी का भी मुआवजा देंगे। इससे पहले मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि बाढ़ में हमारे मंत्री काम करते रहे। मगर, जब कोरोना आया तो कांग्रेस के मंत्री ने घर के बाहर लिखकर लगा दिया था कि वह पब्लिक मीटिंग नहीं करेंगे।
सक्के नाले पर आमने-सामने हुए AAP-कांग्रेस विधायक वहीं सदन में डेरा बाबा नानक से AAP के विधायक गुरदास रंधावा और कांग्रेस MLA अरुणा चौधरी सक्के नाले को लेकर आमने-सामने हो गए। रंधावा ने कहा कि इन्होंने कभी नाले की बात नहीं उठाई। इस पर अरुणा चौधरी ने कहा कि विधानसभा कमेटी बना लो। उससे जांच करा लो और दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।
बीजेपी ने चंडीगढ़ में अलग विधानसभा लगाई वहीं, बीजेपी ने इस सेशन का बायकॉट किया है। भाजपा ने सेक्टर-37 में ‘जनता की विधानसभा’ लगाई। मंत्री हरभजन ईटीओ ने कहा कि भाजपा चर्चा से भाग रही है। उन्हें विधानसभा में आकर अपनी बात रखनी चाहिए। वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि BJP समानांतर सेशन चलाकर संविधान का मजाक उड़ा रही है।



