लैंडस्लाइड के कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिसमें पहाड़ से मलबा गिरते देखा जा सकता है। कुछ इलाकों में पहाड़ का मलबा सड़कों और रिहायशी इलाकों तक पहुंच गया है। एक वीडियो में तीन-चार टैंकर और कुछ अन्य गाड़ियां मलबे में पूरी तरह दबी हुई दिख रही हैं। इसके अलावा होटल और घर भी मलबे से प्रभावित दिख रहे हैं।
धर्मकुंड से 100 लोगों को निकाला गया
रामबन जिले में चेनाब नदी के पास धर्मकुंड गांव लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया है। 10 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए, 25-30 घरों में भी नुकसान हुआ है। धर्मकुंड पुलिस ने करीब 90-100 लोगों को सुरक्षित बचाया।
उधमपुर जिले में तूफान से कई पेड़ गिरे, बिजली आपूर्ति ठप
उधमपुर जिले की सतैनी पंचायत में भी तेज आंधी और बारिश ने भारी तबाही मचाई है। पंचायत के पूर्व सरपंच पर्शोत्तम गुप्ता ने बताया कि इलाके में कई पेड़ उखड़ गए, जिससे यातायात और बिजली व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा- मैंने अपनी पंचायत का निरीक्षण किया है। कई पेड़ गिर चुके हैं और बिजली की आपूर्ति ठप है। पिछले 4-5 सालों में इतनी तेज हवाएं पहली बार देखी हैं।
प्रशासन से लगातार संपर्क में-केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री और उधमपुर से बीजेपी सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि रामबन और आसपास के इलाकों में भारी ओलावृष्टि, तेज हवाएं और कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। उन्होंने बताया कि नेशनल हाईवे फिलहाल बंद है और प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह लगातार डिप्टी कमिश्नर बसीर-उल-हक चौधरी के संपर्क में हैं और जिला प्रशासन की रेस्क्यू अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा कि हर संभव मदद दी जा रही है और अगर जरूरत पड़ी तो वे निजी संसाधनों से भी मदद करेंगे।


