Mohan Bhagwat On Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। इस घटना के बाद से पूरा देश आक्रोशित है और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। इसी बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक बड़ा बयान दिया है। भागवत ने कहा कि अहिंसा हमारा धर्म है, लेकिन गुंडों को सबक सिखाना भी हमारा धर्म है।
‘राजा का कर्तव्य है प्रजा की रक्षा करना’
भागवत ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “अहिंसा हमारा धर्म है, लेकिन गुंडों को सबक सिखाना भी हमारा धर्म है। कुछ लोगों को थोड़ा दंड, कुछ को बहुत दंड और कुछ को बिना दंड दिए, सुधार कर हम अपनाते हैं। लेकिन, जिसका कोई दूसरा इलाज ही नहीं है, उनके कल्याण के लिए, दूसरा बेसिक मैटेरियल (शरीर) पाने के लिए वहां भेज देते हैं, जहां पर वो मिलता है। इससे बैलेंस बना रहता है। हम कभी भी अपने पड़ोसियों का कोई अपमान या हानि नहीं करते। लेकिन, इसके बावजूद अगर कोई बुराई पर उतर आए, तो हमारे पास कोई दूसरा इलाज क्या है? राजा का कर्तव्य है प्रजा की रक्षा करना और वो अपना कर्तव्य निभाएगा।
उन्होंने आगे कहा, दोनों धर्म (हिंसा और अहिंसा) हैं। इसलिए, गीता में अहिंसा का भी उपदेश है। अहिंसा का उपदेश इसलिए है कि अर्जुन लड़े और मारे। उस समय ऐसे लोग सामने थे, जिनके विकास का कोई दूसरा इलाज नहीं था। सब बदलकर (मन, बुद्धि और शरीर) ही उन्हें दोबारा आना पड़ेगा। अपने यहां ऐसा संतुलन रखने वाली भूमिका है, वो संतुलन हम भी भूल गए।


