SGPC ने जताया विरोध
SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया। उन्होंने कहा, “यह सिखों की धार्मिक भावनाओं का अपमान है। जब क्रिकेट मैचों के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध बनाए जा सकते हैं, तो श्रद्धालुओं को अपने पवित्र स्थलों पर जाने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही?”
पहले मिलती रही है अनुमति
SGPC के अनुसार पहले भी विशेष योजनाओं के तहत पाकिस्तान जाने के लिए सिख श्रद्धालुओं को छूट दी जाती रही है। गुरु नानक जी की 550वीं जयंती पर भी पाकिस्तान में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें भारतीय श्रद्धालु शामिल होना चाहते थे।
सरकार से पुनर्विचार की अपील
SGPC ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे और सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति दे। समिति का कहना है कि सरकार को धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।



