शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश की अनुमति नहीं दी, इसलिए कल होने वाली बैठक का स्थान भी बदल दिया गया है। अकाली दल (बागी धड़ा) की भर्ती समिति की अगली बैठक में ज्ञानी हरप्रीत सिंह के नाम को अंतिम रूप दिया जा सकता है। वरिष्ठ नेता प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सुरजीत सिंह रखड़ा, बीबी जगीर कौर और परमेंदर सिंह ढींडसा पहले ही उनके समर्थन में हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को हुई बैठक में खुद ज्ञानी हरप्रीत सिंह भी मौजूद थे और उन्होंने नेताओं से विस्तार से चर्चा की।

पहले कर चुके थे इनकार
दो दिन पहले ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर साफ किया था कि वे प्रधान पद की दौड़ में शामिल नहीं होना चाहते और उनकी जगह बीबी सतवंत कौर को यह जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि सतवंत कौर, जो भिंडरांवाले के साथी अमरीक सिंह की बेटी हैं, भी इस पद की दावेदार हैं।
पार्टी में प्रधान पद के लिए बीबी सतवंत कौर का नाम भी चर्चा में है। वे पंथक धड़े में खासा समर्थन रखती हैं, लेकिन अधिकांश वरिष्ठ नेता ज्ञानी हरप्रीत सिंह को ही उपयुक्त विकल्प मान रहे हैं।
पांच सदस्यीय समिति से मुलाकात
वरिष्ठ नेताओं ने बैठक के बाद पांच सदस्यीय भर्ती समिति के सदस्यों से भी मुलाकात की। इस दौरान नई पार्टी के गठन के बाद एक पंथक तालमेल समिति बनाने पर भी विचार हुआ, जिससे हमख्याल पार्टियों से गठबंधन के रास्ते खोले जा सकें।
अगर कल की बैठक में ज्ञानी हरप्रीत सिंह के नाम पर मुहर लग जाती है, तो वे आधिकारिक रूप से शिरोमणि अकाली दल (बागी धड़े) के प्रधान बन जाएंगे। यह फैसला पार्टी की भावी रणनीति और संगठनात्मक ढांचे में बड़ा बदलाव ला सकता है।
अब बाबा फूला सिंह में होगा कार्यक्रम
बागी धड़े की तरफ से मांगी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए अनुमति में SGPC के मैनेजर ने भाई गुरदास हॉल में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद कल होने वाले कार्यक्रम के स्थल में बदलाव किया गया है। अब समिति ने सत्र का स्थल बदलकर बुर्ज अकाली बाबा फूला सिंह कर दिया है और सभी प्रतिनिधियों से 11 अगस्त सुबह 11 बजे समय पर पहुंचने की अपील की है।


