पंडित के परिवार ने आरोप लगाया है कि मंदिर कमेटी के सदस्यों द्वारा उनकी तनख्वाह नहीं दी जा रही थी। जिससे परेशान होकर पंडित ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। मामले की जांच के लिए थाना डिवीजन नंबर-4 की पुलिस पार्टी मौके पर पहुंच गई थी। वहीं, इस मामले में पंडित ने कहा- मैं गांव गया था। इस बारे में कमेटी को बताकर गया था। जब आया तो मुझे दोबारा जॉइन नहीं करने दिया गया। इसलिए मैंने ये कदम उठाया
पत्नी बोलीं- मंदिर कमेटी ने नहीं दी तनख्वाह, इसलिए कदम उठाया
मंदिर के पुजारी शिव दयाल तिवारी की पत्नी रेनू पांडेय बताया कि मंदिर कमेटी के लोगों द्वारा पुजारी को परेशान किया जा रहा था। रेनू ने आरोप लगाया कि घर में एक रुपया भी नहीं है। घर में छोटा बच्चा है। मगर मंदिर कमेटी के लोगों द्वारा तनख्वाह नहीं दी जा रही है।
घर का खर्च चलाना मुश्किल हुआ पड़ा हो गया। मेरे पति की उम्र करीब 30 साल है। रेनू ने आगे कहा- आज सुबह पुजारी घर से नहाकर निकल आए थे। जिसके बाद फोन भी उठाना बंद कर दिया था। बाद में सारे घटनाक्रम के बारे में पता चला।
रेनू बोली- किराया देना है, नहीं भरेंगे तो घर से
निकाल दिया जाएगा
रेनू ने आरोप लगाया है कि पंडित जी को कमेटी द्वारा बाहर पूजा करने और झाड़ा करने से मना किया गया है, तो वह नहीं करते। मगर उसके हिसाब से तनख्वाह तो देनी पड़ेगी। मगर वह तनख्वाह भी नहीं दे रहे थे। पीड़िता ने कहा- हम किराए पर रह रहे थे, अगर किराया नहीं भरेंगे तो घर से निकाल दिए जाएंगे।


