राजस्थान में छात्रा को ककारों के कारण रोकने पर SGPC का कड़ा विरोध
SGPC ने राजस्थान में एक सिख छात्रा को धार्मिक प्रतीकों (ककारों) के कारण न्यायिक परीक्षा में बैठने से रोकने की घटना की कड़ी निंदा की है। एडवोकेट धामी ने कहा कि यह संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है और SGPC इस तरह के भेदभाव को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी। SGPC ने इस मामले में राजस्थान सरकार को ईमेल के माध्यम से शिकायत भेजने का निर्णय लिया है।
लंगर सेवा का विस्तार SGPC ने एक अहम फैसला लेते हुए घोषणा की है कि अब गोल्डन टेंपल से प्रतिदिन गुरु नानक देव अस्पताल अमृतसर में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों के लिए लंगर भेजा जाएगा। यह सेवा सिख परंपरा में निहित ‘सेवा भाव’ को दर्शाती है।
करतारपुर कॉरिडोर की प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग
SGPC ने केंद्र सरकार से करतारपुर कॉरिडोर की प्रक्रिया को आसान बनाने, 20 डॉलर की फीस खत्म करने और पासपोर्ट की जगह आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में मान्यता देने की मांग की है। यह कदम सिख श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उठाया गया है।
UPSC की तैयारी के लिए अकादमी स्थापित
फतेहगढ़ साहिब में SGPC द्वारा जत्थेदार ज्ञानी जगतार सिंह टोहड़ा के नाम पर एक अकादमी स्थापित की गई है, जहां सिख छात्रों को UPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जा रही है। इस साल 1200 में से 600 छात्रों को चयनित कर अकादमी में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
हजूर साहिब को भेजे जाएंगे 200 स्वरूप
हजूर साहिब से मांग आने के बाद SGPC ने वहां 200 गुरुग्रंथ साहिब जी के स्वरूप भेजने की पक्की बात कही है। साथ ही देश की प्रमुख हस्तियों को शताब्दी समारोहों में आमंत्रित करने का भी निर्णय लिया गया है।


