बठिंडा। बठिंडा के गांव जीदा में एक घर में हुए दो बम ब्लास्ट मामले में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। वीरवार को एसएसपी अमनीत कोंडल ने खुलासा किया कि आरोपी युवक गुरप्रीत सिंह के दिमाग में मानव बम बनने का ख्याल आता था। जिसके चलते वह अपने घर पर बम बनाने की तैयारी में जुटा था। वहीं सूत्र बताते हैं कि आरोपी युवक इस तरह से पूरी तैयारी कर रहा था कि वो जम्मू में जाकर सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ सके, लेकिन बम बनाते समय धमाके होने से उसका पूरा मिशन फेल हो गया। एसएसपी अमनीत कोंडल ने बताया कि आरोपी गुरप्रीत सिंह ने बम बनाने के लिए कई केमिकल उपयोग किए थे। जिसकी जांच लगातार चल रही है। वीरवार को सेना के अधिकारी आरोपी के घर पर जांच के लिए पहुंचे। पंजाब पुलिस के अलावा आईबी, एनआईए एवं सेना मामले की जांच कर रही है। इसके अलावा जम्मू पुलिस भी मामले की जांच में जुटी है।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी युवक ने मल्टीपल जेबों वाली एक बेल्ट भी ऑनलाइन मंगवाई थी और बम बनाने के लिए भी पूरा समान एवं केमिकल ऑनलाइन मंगवाए थे। आरोपी गुरप्रीत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसका मेडिकल करवाने के बाद अब पुलिस उसे अदालत में पेश करके सात दिन के रिमांड पर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार जम्मू पुलिस के अधिकारी एक बार तो आरोपी से पूछताछ करके पता लगाने का प्रयास किया है कि वो जम्मू के कठुआ में किसके पास किस मकसद से जाना चाहता था। लेकिन इस बारे में अधिकारिक तौर पर अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है। आरोपी युवक के मोबाइल से काफी वीडियो बरामद हुए हैं। जो आंतकियों से जुड़े हैं। आंतकियों की वीडियो देखकर और ऑडियो सुनकर ही युवक को बम बनाने की सनक सवार हो गई थी।
एसएसपी कोंडल के अनुसार आरोपी युवक का पहले पीजीआई चंडीगढ़ से उपचार चल रहा था। डॉक्टरों ने युवक के परिजनों को सलाह दी थी कि इसे अकेला ना छोड़ा जाए। घर पर अकेला रहने की वजह से वह पूरी तरह से साइको हो गया, जिस कारण वह बम बनाने लग गया। युवक के घर पर दूसरे ब्लास्ट से उसके पिता जगतार सिंह घायल हुए थे। जगतार सिंह एम्स बठिंडा में भर्ती था। उसकी आंखों के इलाज के लिए उसको एम्स से फरीदकोट रेफर किया गया है।
बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता था गुरप्रीत
सूत्रों के अनुसार जिस तरह से गुरप्रीत सिंह ने कई केमिकल का प्रयोग करके बम बनाने की तैयारी शुरू की थी, अगर वो बम बनाने में कामयाब हो जाता तो कोई बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता था। आरोपी गुरप्रीत वैसे तो कानून की पढ़ाई कर रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उससे पूछताछ शुरू की तो वह काफी धीमे बात कर रहा है।