#WATCH | उत्तराखंड: सेना के बैंड की मधुर धुनों और श्रद्धालुओं के जय बद्री विशाल के उद्घोष के बीच बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले। pic.twitter.com/eHm9UVfA41
चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। बुधवार (30 अप्रैल) को गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट खुले। 2 मई को केदारनाथ और रविवार (4 मई) को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले गए। श्रद्धालु अब 6 महीने तक भगवान बद्रीविशाल के दर्शन कर सकेंगे।हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश मैं सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करता हूं 500 जवान सुरक्षा में तैनात जानिए किस धाम के कपाट, कब तक खुले रहेंगे चारधाम यात्रा के लिए जरूरी दिशा-निर्देश
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 4, 2025
चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। बुधवार (30 अप्रैल) को गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट खुले। 2 मई को केदारनाथ और रविवार (4 मई) को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले गए। श्रद्धालु अब 6 महीने तक भगवान बद्रीविशाल के दर्शन कर सकेंगे।
Chardham Yatra 2025: चारधाम यात्रा का बुधवार (30 अप्रैल) को शुभारंभ हुआ। 6 नवंबर तक चलने वाली यात्रा का आज पांचवां दिन है। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ के बाद रविवार (4 मई) को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोल गए। कपाट खुलते ही भगवान के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाओं ने लोकगीत गाए। गढ़वाल राइफल्स के बैंड ने पारंपरिक धुनें बजाईं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी भगवान के दर्शन-पूजन के लिए मंदिर पहुंचे। श्रद्धालु अब 6 महीने तक भगवान बद्रीविशाल के दर्शन कर सकेंगे।
हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश
बद्रीनाथ धाम मंदिर को 40 कुंटल फूलों से सजाया है। बद्रीनाथ के कपाट खुलने से पहले पुजारियों ने मंदिर के बाहर वैदिक मंत्रोच्चार किया। सुबह 6 बजे जैसे ही कपाट खुले हेलिकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई। इसके बाद गढ़वाल राइफल्स के बैंड ने पारंपरिक धुनें बजाईं। मुख्य द्वार के सामने उत्तराखंड की महिलाओं ने लोकगीत गाकर भगवान का स्वागत किया। बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं तांता लगा हुआ है।
मैं सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करता हूं
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा-भगवान बद्री विशाल के कपाट खुल गए हैं। देशभर से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। मैं सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि उनकी यात्रा सुरक्षित रहे। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘चार धाम’ के लिए सभी मौसम के अनुकूल सड़कें बनाई गई हैं, बद्रीनाथ मास्टर प्लान पर काम किया जा रहा है, केदारनाथ का पुनर्निर्माण प्रक्रिया में है। केदारनाथ और हेमकुंड के लिए रोपवे को मंजूरी दी गई है।
500 जवान सुरक्षा में तैनात
धाम के कपाट खुलते ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पूरे मंदिर परिसर को सिक्योरिटी जोन में ले लिया गया है। गढ़वाल राइफल्स, SDRF, PAC और LIU के 500 जवान तैनात किए गए हैं। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा-आज पूरा देश खुश है। श्रद्धालुओं को बड़ी संख्या में धाम में पूजा-अर्चना के लिए आना चाहिए। भक्तों को यहां आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति होती है।
जानिए किस धाम के कपाट, कब तक खुले रहेंगे
बता दें अक्षय तृतीया के दिन 30 अप्रैल को सुबह 10.30 बजे सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए थे। 30 अप्रैल को सुबह 11:55 बजे यमुनोत्री के कपाट खोले गए। 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए थे। अब बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं। चारों धामों के कपाट खुलते ही चारधाम यात्रा पूरी तरह से शुरू हो गई है। 22 अक्टूबर तक गंगोत्री के कपाट खुले रहेंगे। यमुनोत्री के कपाट 23 अक्टूबर को बंद होंगे। केदारनाथ के कपाट 23 अक्टूबर को बंद होंगे। बद्रीनाथ के कपाट 6 नवंबर 2025 तक खुले रहेंगे।
चारधाम यात्रा के लिए जरूरी दिशा-निर्देश
- पर्वतीय मार्गों पर रात के समय व्यवसायिक वाहनों का संचालन प्रतिबंधित है। रात 10 से सुबह 4 बजे तक कोई व्यवसायिक वाहन चारधाम यात्रा मार्ग पर संचालित नहीं होगा। प्रशासन ने यह निर्णय पहाड़ी रास्तों पर सड़क दुर्घटनाएं रोकने और यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से लिया गया है।
- व्यवसायिक वाहन चालकों को विशेष प्रशिक्षण का प्रमाण-पत्र, फिटनेस सर्टिफिकेट और वाहन के सभी दस्तावेज साथ रखने होंगे। उन्हें अपनी वेशभूषा, व्यवहार और स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए गए है। इस दौरान उन्हें चप्पल या सैंडल की बजाय बंद जूते या मजबूत ट्रैकिंग शूज पहनना होगा।
- व्यवसायिक वाहनों का फिटनेस सर्टिफिकेट और प्रदूषण जांच प्रमाण-पत्र होना अनिवार्य है। नशे से दूर रहने और यात्रियों के साथ शिष्ट व्यवहार करने की भी सलाह दी गई है। नियमों के उल्लंघन पर ड्राइवर और मोटर मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
- यात्रियों से भी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की गई है। एआरटीओ चक्रपाणि मिश्रा ने बताया, यात्रा से पहले सड़क मरम्मत, स्वास्थ्य सुविधाओं और यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था पर तेजी से काम चल रहा है। यात्रा से पहले पंजीयन और मौसम की जानकारी लेते रहने की भी सलाह दी है।


