ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने पांच खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया

भारत ने 7 मई को पाकिस्तान में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया, जिसमें मारे गए आतंकवादियों में पांच खतरनाक आतंकवादी भी शामिल थे। ये आतंकवादी पाकिस्तान के प्रमुख आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे।

नई दिल्ली। भारत द्वारा 7 मई को पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में पांच खतरनाक आतंकवादी मारे गए। इनमें से एक प्रमुख आतंकी अबू जुंदाल (मुदस्सर खादियां खास) था, जो आतंकी मरकज तैयबा यानि मुरीदके का  प्रभारी था। पाकिस्तान सेना द्वारा इसको अंतिम संस्कार में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पाक सेना प्रमुख और पंजाब की मुख्यमंत्री (मरियम नवाज) की ओर से भी पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके अलावा, हाफिज मुहम्मद जमील भी मारा गया। वह मौलाना मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार (सबसे बड़ा साला) था और जैश-ए-मोहम्मद के लिए धन जुटाने और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में सक्रिय था। वह बहावलपुर के मरकज सुभान अल्लाह का प्रभारी था।

तीसरा आतकवादी मोहम्मद यूसुफ अजहर है जो कई नामों उस्ताद जी, मोहम्मद सलीम, घोसी साहब से नाम से जाने जाते थे। यह मौलाना मसूद अजहर का साला है जो जैश-ए-मोहम्मद के लिए हथियारों की ट्रेनिंग संभालता था, जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था और आईसी-814 अपहरण मामले में वांछित था।

चौथा आतंकवादी, खालिद (अबू अकाशा) भी ऑपरेशन में ढेर हो गया। वह लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य था और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था। अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी में शामिल रहता था। इसका अंतिम संस्कार फ़ैसलाबाद में  किया गया, जिसमें वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना के अधिकारी शामिल हुए।

पांचवा आतंकवादी मोहम्मद हसन खान है जो  जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से संबंध था। यह  मुफ़्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा है जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश का ऑपरेशनल कमांडर था। यह जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय की भूमिका निभाता था।

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