प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (29 अप्रैल) को अपने आवास पर एक हाई लेवल मीटिंग ली। जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान समेत तीनों सेना प्रमुख मौजूद रहे। डेढ़ घंटे से ज्यादा चली इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सेना को खुली छूट है।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। हमें भारतीय सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं में पूरा विश्वास है। आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के तरीका, लक्ष्य और समय सेना तय करें।’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को 7, लोक कल्याण मार्ग पर पीएम मोदी से मुलाकात की थी। यह बैठक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर कुछ फैसलों के बारे में रक्षा मंत्री को जानकारी देने के एक दिन बाद हुई। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।
‘मन की बात’ में पीएम का सख्त संदेश
रविवार (27 अप्रैल) को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या देश के दुश्मनों की निराशा को दर्शाती है, जो जम्मू-कश्मीर की प्रगति को रोकना चाहते हैं। पीएम ने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
सरकार को विपक्षी दलों का भी मिला साथ
सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। विपक्षी दलों ने आतंकियों के खिलाफ सरकार द्वारा की गई किसी भी कार्रवाई के लिए अपना पूरा समर्थन व्यक्त किया है।


