नजरों के सामने एयर होस्टेस खत्म हो गईं
” सब कुछ मेरी नजरों के सामने हुआ। …मुझे खुद भरोसा नहीं हो रहा कि मैं कैसे उसमें से जिंदा बाहर निकल सका। क्रैश होने के बाद कुछ देर के लिए मुझे लगा कि मैं भी मरने ही वाला हूं। जब आंख खुली तो एहसास हुआ कि मैं जिंदा हूं। मैंने सीट बेल्ट खोला और मैंने बाहर निकलने की कोशिश की। मेरी नजरों के सामने एयर होस्टेस और कुछ अंकल-आंटी खत्म हो गए। ”
ऐसा लगा प्लेन कहीं फंस गया है
” टेक ऑफ होते ही एक मिनट बाद 5-10 सेकंड के लिए लगा कि प्लेन कहीं फंस गया है। बाद में प्लेन में हरी और सफेद लाइटें ऑन हो गईं। फिर उसकी रफ्तार अचानक बढ़ गई और वह तेज रफ्तार के साथ एक इमारत (हॉस्टल) से जा टकराया। ”
दीवार थी, इसलिए बाकी यात्री नहीं बच सके
” मैं जिस तरफ था, वहां से प्लेन जमीन की तरफ क्रैश हुआ था। वहां थोड़ी जगह थी। मैं जहां था, वहां प्लेन का दरवाजा टूटा। वहां थोड़ी जगह बनी। मैंने बाहर आने की कोशिश की तो मैं बाहर आ पाया। विमान के अंदर मेरी विपरीत दिशा जो लोग बैठे थे, प्लेन क्रैश होने पर उनकी तरफ इमारत की दीवार आ गई, शायद इसलिए वो नहीं निकल पाए। …जब भीषण आग लगी तो मेरा एक हाथ भी जल गया। फिर मैं पैदल चलकर कुछ दूर आया। फिर एंबुलेंस मिल गई और अस्पताल पहुंच सका। ”
11A सीट पर बैठे थे रमेश विश्वास बैठे
अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट नंबर AI-171 में रमेश विश्वास 11A सीट पर बैठे थे। रमेश की उम्र 40 वर्ष है और वे एक ब्रिटिश नागरिक हैं। रमेश का जो वीडियो सामने आया उसमें देखा गया कि वो हल्के घायल हैं और वो थोड़ा लंगड़ाकर चल रहे हैं।
पीएम मोदी ने की रमेश विश्वास से मुलाकात
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में रमेश विश्वास से मुलाकात की। पीएम नरेंद्र मोदी ने रमेश विश्वास का हाल जाना। इस दौरान रमेश विश्वास ने हमले की पूरी कहानी पीएम मोदी को बताई। इससे पहले पीएम मोदी ने विमान हादसे की जगह पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों और अधिकारियों से गुरुवार को हुए दर्दनाक हादसे की जानकारी ली।
गृह मंत्री शाह ने भी की थी मुलाकात