विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत तनाव बढ़ाने का काम नहीं कर रहा है। हमारा मकसद सिर्फ 22 अप्रैल के हमले का जवाब देना है। हमारा जवाब सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था। मिलिट्री हमारा टारगेट नहीं थी।
विदेश सचिव मिसरी ने आतंकवादियों के अंतिम संस्कार की फोटो दिखाई। कहा, ‘अगर सिर्फ सिविलयन मारा गया है तो आर्मी अफसरों की फोटोज आतंकी (लश्कर-ए-तैयबा कमांडर हाफिज अब्दुल रउफ) के साथ क्यों आई, आतंकवादियों को पाकिस्तानी झंडे में लपेटा गया था।’ सरकार की तरफ से 2 दिन में यह दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है। 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी गई थी। इसमें बताया गया था कि मंगलवार रात 1:04 बजे से 1:28 बजे के बीच 24 मिनट में 9 टारगेट तबाह किए गए। देश के इतिहास में पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस में आर्मी की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी। विदेश सचिव विक्रम मिसरी भी मौजूद थे।


