नई दिल्ली, 15 अगस्त: स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर पूरे देश में उत्साह और गर्व की लहर दौड़ रही है। दिल्ली का ऐतिहासिक लाल किला, जो हर साल स्वतंत्रता दिवस समारोह का मुख्य केंद्र होता है, अब पूरी तरह से सजधज कर तैयार है। इस बार का स्वतंत्रता दिवस विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अमृतकाल का प्रतीक है, जो 2047 तक एक विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने की दिशा में सरकार के प्रयासों को नई ऊर्जा प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का नेतृत्व करते हुए लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके बाद, वे राष्ट्र को संबोधित करेंगे, जिसमें वे देश के विकास के लिए सरकार की योजनाओं और आगामी लक्ष्यों पर प्रकाश डालेंगे। इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘विकसित भारत 2047’ है, जो एक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण की दिशा में भारत के संकल्प को दर्शाती है।
समारोह के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की जाने वाली घोषणाओं और उनके संबोधन पर पूरे देश की निगाहें टिकी होंगी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर लगभग 6,000 विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है, जिनमें विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित गणमान्य व्यक्ति, सैनिक, और देश के नायक शामिल हैं।
यह समारोह न केवल देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले वीर सपूतों के प्रति श्रद्धांजलि है, बल्कि एक विकसित भारत के सपने को साकार करने की दिशा में उठाया गया एक और कदम भी है।
प्रधानमंत्री का संबोधन, जिसमें वे भविष्य के रोडमैप और सरकार की योजनाओं को साझा करेंगे, भारतीय जनमानस में नए विश्वास और उत्साह का संचार करेगा। स्वतंत्रता दिवस समारोह, जो हमारे इतिहास की गौरवशाली गाथा को फिर से जीवंत करता है, आज देश को एक नए युग की ओर अग्रसर करने के लिए तैयार है।


