ट्राईसिटी (चंडीगढ़, पंचकूला, मोहाली) का शहर मोहाली अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है। वहीं मोहाली में अपराध का ग्राफ भी बढ़ रहा है। मोहाली में हर आठ दिन बाद मर्डर हो रहा है।
मोहाली, संवाद न्यूज एजेंसी
मोहाली में संगीन अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। सबसे बड़ी चिंता की बात तो यह है कि अब गोलीकांड और गैंगवार भी होने लगे हैं। बड़े गैंगस्टर व उनकी गैंग में काम करने वाले गूर्गे मोहाली से पकड़े जा रहे हैं। मोहाली जिले में हर 8 दिन बाद हत्या हो रही है। पिछले 50 दिनों (यानि 1 सितंबर से 17 अक्टूबर तक) जिले में 6 हत्याएं हुई जबकि पुलिस ने तीन मामले रॉबरी और 14 मामले हत्या के प्रयास के दर्ज किए हैं।
यह डाटा चौंकाने वाला है। डेढ़ महीने में ऐसे संगीन अपराध होना शहर में अमन और कानूनी की स्थिति पर संकट दर्शाता है। बीती सरकार की तरह आप सरकार में भी आपराधिक घटनाएं कम नहीं हुई है। इसके अलावा कई आपराधियों को हथियारों के साथ मोहाली बॉर्डर एरिया से पकड़ा गया है। मध्यप्रदेश से हथियारों की तस्करी बढ़ी है। गैंगवार में इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल हो रहा है। हालांकि पुलिस ने जिन हथियार तस्करों को पकड़ा उन्होंने पूछताछ में माना कि हथियार की तस्करी मध्यप्रदेश से होती है। पुलिस अब तक यक नेटवर्क को तोड़ नहीं पाई है। ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस अपराधियों को पकड़कर जेलों में तो धकेल रही है लेकिन अपराध जगत में नए युवा जुड़ते जा रहे हैं जिससे वारदातें भी बढ़ने लगी है।
बेरोजगारी और नशे की वजह से बढ़ा अपराध
एक बेरोजगारी और दूसरा नशा इसका बड़ा कारण माना जा रहा है। छोटी उम्र के युवा बड़े अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। गैंगस्टर बेरोजगार युवाओं को पैसों का लालच देकर उनसे हत्या, रंगदारी, डकैती व फायरिंग जैसे अपराध करवा रहे हैं। हाल ही में पुलिस ने फायरिंग व हत्या के मामले में 5 नाबालिग को गिरफ्तार किया है जो जीरकपुर व डेराबस्सी में फायरिंग व हत्या मामले में शामिल थे।


